हिन्दू धर्म में देव पूजा, हवन, यग्न और आरती तथा भोग-प्रसाद में तुलसी के पत्ते का उपयोग किया जाता है. तुलसी विष्णु जी को अति प्रिय है. पवित्र तुलसी की स्थापना ठीक उसी तरह से करनी चाहिए जैसे हम किसी देवी देवता की मूर्ति की स्थापना करते हैं.
1-तुलसी के पौधे को घर में जिस जगह लगाना हो उस जगह को पहले गंगाजल से पवित्र करें फिर साफ मिट्टी से भरे गमले में रोपें. लगाने के बाद तुलसी के वृक्ष को जल, इत्र, फूल, दूर्वा अर्पित करते हुए वस्त्र, चुनरी व पीलाकलावा अर्पित करें एवं मिठाई से भोग लगाएं. उसके पश्चात किसी सुहागिन महिला से ही तुलसी के चारों को दूध व जल की धारा अर्पित करके उन्हें प्रणाम करें. इस विधि से स्थापना करने से उस घर में मां तुलसी की असीम कृपा प्राप्त होती है.
2-अगर आपको लगता है कितनी भी मेहनत करने के बाद भी आपका व्यापार में सफलता नहीं मिल रही है तो आप किसी भी गुरूवार को श्याम तुलसी के चारो ओर उग आइ खर को किसी पीले वस्त्र में बांधकर अपने व्यापार स्थल में किसी साफ जगह रख दें, व्यापार में गति आएगी.
3-तुलसी की पूजा से घर में सुख-शांति बनी रहती है, धन की कोई कमी नहीं होती. इसके पीछे धार्मिक कारण है.
4-तुलसी की पूजा रोजाना तुलसी जी की पूजा करने के साथ-साथ यह बताई जा रहा है कि हर शाम को तुलसी के पास दीपक जलना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि जो लोग शाम के समय तुलसी के पास दीपक जलते हैं, उनके घर में महालक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है.
5-तुलसी को लक्ष्मीजी का ही स्वरूप माना गया है. घर में तुलसी लगने से कई प्रकार के वास्तु दोष भी समाप्त हो जाते हैं और व्यापार में आर्थिक स्थिति पर शुभ प्रभाव होता है.
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