होली केवल तन को रंगने का नहीं, अरे ये तो मन को रंगने का त्यौहार है-जो कभी छुटे ही नहीं
होली केवल तन को रंगने का नहीं, अरे ये तो मन को रंगने का त्यौहार है-जो कभी छुटे ही नहीं
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जैसा की आप जानते ही होगें की हमारा यह भारत वर्ष  सभ्यता ,संस्कर्ति, कला और त्यौहारों का प्रतीक है.इस देश में प्रत्येक त्यौहारों की अपनी -अपनी कोई न कोई महत्वता है और वे किसी न किसी विशेष पल या क्रियाकलापों से जुड़े हुए है.
इसी के चलते यदि हम आने वाले त्यौहार की बात करें तो होली, जो की रंगो का त्यौहार है.यह त्यौहार बसन्त ऋतु के आगमन का संदेश देता है.इसके आगमन पर समस्त प्राणी तथा यहां तक कि प्रकृति भी आनन्द और उमंग से झूम उठती है प्राणियों का तन और मन खुशी के साथ अंगड़ाई लेता हुआ प्रतीत होता है.एकता और प्रेम के बंधन में लोगों को बांधता है.

रंग ऐसा हो जो कभी छूटे न  -

जैसा की हम सब कहते है की होली रंगों का त्यौहार है.रंग सिर्फ प्रकृति और चित्रों में ही नहीं हमारी आंतरिक आत्मा को रंग दे,हर एक व्यक्ति में प्रेम ,एकता , सदाचार , सभ्यता और सच्चाई का रंग शरीर के रोम- रोम में समाहित हो जो कभी छुटे ही नहीं, अरे इस तन को रंगने से क्या इससे तो तन और धन दोनों का अपव्यय है. रंगना है तो लोगों के मन को रंगों, जो कभी छुटे न,

आज खुशी में रंग दिया कल उसी से लड़ लिया,जो न कहना था वो भी कह दिया, फिर क्या रही त्यौहार मानने की महत्वता,कहाँ गई आपकी सभ्यता, और एकता,त्यौहार के दिन तो लोगों से मिला,रंगा और प्रेम दिखाया और समय निकला तो तू फिर इतराया,अरे फिर कहाँ रही इस त्यौहार की महत्वता,

रंग भी खोया , धन भी खोया ,
खोया तूने जल का भण्डार,बस इतने में तूने मना लिया होली का त्यौहार,

रंग तो वो रंग है जो मन को रंग दे -

इस बात को आप जानते है की हमारे जीवन पर रंगों का गहरा प्रभाव होता है, हमारी चित्त चेतना रंगों के सहयोग से ही आगे बढ़ती है. हमारी गति भी रंगों के सहयोग से ही होती है. हमारा आभामंडल, जो सर्वाधिक शक्तिशाली होता है,बहुत से लोग मानव की एक अच्छी पहचान उसके बाहरी आवरण से ही कर जाते है जो देखने में गोरा,सुन्दर और रंग विरंगे कपडे पहने हुए है, वे उसके विचारो और चित्त  चेतना को नहीं झांकते, और कई बार इसी वजह से धोखा खा जाते है .

किसी ने सच ही तो कहा है -मन ना रँगाए, रँगाए जोगी कपड़ा

इसलिए इस बार हम सभी होली के इस त्यौहार में कुछ अच्छा कर दिखाएं ,एकता, प्रेम और सभ्यता के साथ इस त्यौहार को बढे ही धूम- धाम से मनाएं

आई रे आई होली.......रंग और गुलाल में छिपा ढ़ेर सारा प्यार

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