आयुर्वेदिक मसाज थेरेपी के लिए मसहूर है केरल
आयुर्वेदिक मसाज थेरेपी के लिए मसहूर है केरल
Share:

इस दौड़ भाग भरी व्यस्त जिंदगी में हर इंसान यही सोचता है कि वह अपने शरीर के थकान और तनाव को कैसे और कहा जाकर दूर करे। इसके लिए वह तरह-तरह के उपाय सोचता है लेकिन फिर भी उसे पूरी तरह से ऐसे साधन नहीं मिलते है जिससे वह अपने तनाव को कुछ दिनों के लिए दूर रख सके। भारत में पिछले 5000 सालों से शरीर के उपचार के लिए आयुर्वेद चिकित्सीय पद्धति का इस्तेमाल किया जाता रहा है।

सबसे प्राचीन पद्धति-

आयुर्वेदिक मसाज थेरेपी भारत की सबसे प्राचीन मसाज थेरेपी है जिसमें आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों और हर्बल ऑयल के माध्यम से शरीर की मसाज की जाती है। शरीर को सुडौल बनाने, दर्द कम करने, थकान मिटाने और तनाव कम करने जैसे कई गुणों से भरी मसाज थेरेपी आज कल भारत में बहुत लोकप्रिय है। आयुर्वेदिक उपचार का सही समय मानसून के दौरान जून से सितंबर के बीच होता है क्योंकि इस समय वातावरण नम, ठंढा और धूल रहित रहता है, जिससे आपका शरीर हर्बल ऑयल को ज्यादा से ज्यादा ग्रहण करता है। इसमें प्रयोग लाई जाने वाली आयुर्वेदिक औषधियां मेटाबालिज्म, स्ट्रेस और चिरकालिक रोगों के लिए एक बेहतर और प्रभावशाली उपाय है। कीमोथेरेपी और अन्य दूसरी बीमारियों के लिए इसका काफी उपयोग किया जाता है। इसका प्रयोग पुनयरवन और सौंदर्य कार्यो के लिए भी होता है। अगर आप इस पद्धति के जरिए अपना उपचार कराना चाहते हैं तो अपको कम से कम दो हफ्ते का समय देना पड़ेगा। इस दो हफ्ते के कोर्स में हर्बल और अन्य जड़ी-बूटियों के जरिए आपकी मालिश या मसाज की जाएगी।

आयुर्वेदिक उपचार करने की सही जगह-

आबोहवा और औषधीय जड़ी-बूटियों की भारी मात्रा में मौजूदगी होने की वजह से केरल के अधिकतर क्षेत्र आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के लिए उपयुक्त माने जाते रहे हैं। केरल के अलावा गोवा और कर्नाटक के आयुर्वेदिक हस्पताल, आयुर्वेदिक रिजॉर्ट और यहां तक पांच सितारा होटलों में इस तरह के उपचार किए जाते हैं। आप आयुर्वेदिक हाउसबोट में भी इसकी सेवा ले सकते हैं। इसके लिए आपको पहले से ही बुक करवाना होगा।

उपचार के लिए करे खर्च-

1. अगर आप आयुर्वेदिक मसाज के जरिए अपना उपचार कराना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे सस्ती जगह आयुर्वेदिक हॉस्पिटल होगा। यहां मात्र एक हजार डॉलर में आप अपना उपचार करा सकते हैं। इसके लिए आपको 20-30 दिन का समय देना होगा।

2. आप रिजॉर्ट में भी इस चिकित्सीय पद्धति के जरिए अपना इलाज करा सकते हैं। यहां आपको एक दिन के लिए 60 से 100 डॉलर खर्च करने पड़ेंगे।

3. यदि आप आयुर्वेदिक हाउसबोट के जरिए अपना उपचार करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 1000-1500 डॉलर खर्च करने पड़ेंगे।

Disclaimer : The views, opinions, positions or strategies expressed by the authors and those providing comments are theirs alone, and do not necessarily reflect the views, opinions, positions or strategies of NTIPL, www.newstracklive.com or any employee thereof. NTIPL makes no representations as to accuracy, completeness, correctness, suitability, or validity of any information on this site and will not be liable for any errors, omissions, or delays in this information or any losses, injuries, or damages arising from its display or use.
NTIPL reserves the right to delete, edit, or alter in any manner it sees fit comments that it, in its sole discretion, deems to be obscene, offensive, defamatory, threatening, in violation of trademark, copyright or other laws, or is otherwise unacceptable.
रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -