नई दिल्ली: क्या आपको पता है कि भारत में भी हेड हंटर्स बहुतायत में रहते है जिन्हे की चिन्हित कर संरक्षित घोषित किया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हेड हंटर्स का मतलब होता है की आदमियों का शिकार करने वाले लोग। यह लोग आदिम जनजाति समूह हैं। तथा इनका मुख्यतः कार्य अफीम खाना व आदमियों का शिकार करना है। यह लोग आदिम जनजाति का शिकार करते उनकी खोपड़ी को अपने घरो में सजा-धजा कर रखते है.
यह आदिम जनजाति भारत के पूर्वोत्तर में म्यामार की सीमा से लगे जंगलों में निवासरत है. वहां पर यह जाति के लोग बहुतायात में पाये जाते है. सरकारी रिकॉर्ड्स पर गौर किया जाए तो 1960 के बाद से इन जंगलों में शिकार की खबरें नहीं प्राप्त हुई हैं। परन्तु इस मामले में कुछ अन्य लोगो का कहना है की इन घने जंगलों में सामान्य लोगों का जाना आज भी खतरनाक है तथा खतरे से खाली नही है.
भारत सरकार ने इस आदिम जनजाति को संरक्षित कर रखा है. तथा सरकार के द्वारा इस आदिम जनजाति समूह को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए व इसके लिए कई प्रोजेक्ट्स भी शुरु किये गए हैं. यह जानकारी प्राप्त हो रही है की यह आदिम जनजाति के लोग मुख्यतः अफीम का नशा करते है व उसी में चूर रहते है.