देहरादून : उत्तराखंड में कांग्रेस नेतृत्व की सरकार पर मंडरा रहे संकट को लेकर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पत्रकारों से चर्चा की। इस मामले में उन्होंने कहा कि भाजपा सदैव से ही चुनौती देती रही है लेकिन हमने अपना पक्ष रखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार राज्य को विकास कार्य और अन्य मसलों के लिए पर्याप्त राशि नहीं दे रही है। यह राशि बेहद कम दी जा रही है।
सीएम हरीश रावत ने सीएम हरीश रावत ने भी भाजपा पर पलट वार किए। पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जमीन घोटाले में तो भाजपा के नेता शामिल हैं। सीएम रावत ने कहा कि भू माफिया होने की बात गलत है। भाजपा उन पर भू माफिया होने का आरोप लगा रही है वह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही एक ऐसी सूची जारी करेंगे जिसमें भारतीय जनता पार्टी के कई नेता शामिल हैं।
दरअसल पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम रावत ने कहा कि उन पर स्मार्ट सिटी में जमीन आवंटन, खनन माफिया का साथ देन और अन्य आरोप लगाए गए हैं ये सभी गलत हैं। उनका कहना था क खनन को लेकर जिस तरह के पट्टों के लिए उन्हें सफाई देना पड़ रही है वे तो उनके कार्यकाल के पहले ही दे दिए गए थे। उन्होंने भाजपा द्वारा सरकार को अल्पमत में लाए जाने के प्रयासों को लेकर कहा कि कुछ लोग सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
भाजपा के निरंकुश बाहुबल, धनबल और सत्ताबल से वे सरकार को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इस तरह के प्रयासों को लोकतंत्र की हत्या बताया। उनका कहना था कि वे कीचड़ उछालने में यकीन नहीं करते हैं इसलिए नाम सामने नहीं ला रहे हैं मगर भाजपा के नेता भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन्होंने एक लिस्ट जारी करने की बात भी कही।