अहमदाबाद : पाटीदार आंदोलन की नींव रखकर पूरे गुजरात में सनसनी मचाने वाले हार्दिक पटेल ने गुजरात सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। हार्दिक का दावा है कि गुजरात सरकार ने उन्हें आंदोलन वापस लेने के एवज में 1200 करोड़ रुपए की पेशकश की थी। साथ ही भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय युवा इकाई का अध्यक्ष पद देने की भी पेशकश की थी।
हार्दिक ने इस संबंध में एक पत्र लिखकर सभी मीडिया संस्थानों को भेजा है। पत्र का दावा है कि इस पत्र सूरत की को जेल में बंद हार्दिक पटेल ने लिखा है। लेकिन चिठ्ठी पर सूरत के लाजपोर जेल के अधिकारियों का कोई आधिकारिक मुहर नहीं लगा है। बता दें कि हार्दिक पटेल समुदाय को आरक्षण देने के लिए जोर शोर से आंदोलन कर रहे थे।
उन्होने एक और आंदोलन की धमकी दी है। इसके अलावा हार्दिक का यह भी आरोप है कि सरकार मुख्य मद्दों को सुलझाने में नाकाम रही है। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को लिखे पत्र में सूरत जेल में बंद हार्दिक ने कहा कि अगर मुद्दा जल्द नहीं सुलझाया गया तो बीजेपी को 2017 विधानसभा चुनावों में पटेलों का क्रोध सहना पड़ेगा।