गांधीनगर : गुजरात विधानसभा में गुरूवार को हंगामे के बाद सत्ता पक्ष के विधायकों के साथ धक्का मुक्की और मारपीट के दृश्यों ने संसदीय परमपराओं को तार - तार कर दिया. इस पर विधानसभाध्यक्ष रमणलाल वोरा ने विपक्षी कांग्रेस के दो विधायकों परेश धानाणी व बलदेव ठाकोर को दसवें सत्र की कार्रवाई से निलंबित कर दिया.
अगर विधान सभा के अंदर के दृश्य का वर्णन करें तो शुरू में कांग्रेस के विधायक परेश धानाणी द्वारा ऊर्जा मंत्री पर लपकने व हाथ से कागज खींचने के प्रयास पर हंगामे के बीच विधानसभाध्यक्ष रमणलाल ने प्रश्नकाल की कार्रवाई मात्र 44 मिनट में ही सवेरे 9.14 बजे 15 मिनट के लिए स्थगित की और सभागृह से रवाना हो गए. इसके बाद भी हंगामा होता रहा और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक शक्तिसिंह गोहिल ने अपने पक्ष के विधायकों को रोकने का प्रयास किया. इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायक की ओर से कथित तौर पर अपशब्द का प्रयोग करने पर कांग्रेस के विधायक बलदेव सिंह राठौड़ दौड़कर विधानसभाध्यक्ष की कुर्सी के पीछे से होकर सत्ता पक्ष के विधायकों पर हमला करने के लिए लपके.सुरक्षाकर्मी उन्हें पकड़ने के लिए लपके. इस बीच जारी हंगामे के दौरान देखते ही देखते धक्का-मुक्की के बीच परिवहन राज्यमंत्री वल्लभ काकडिया गिर पड़े. महिला व बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. निर्मला वाधवानी भी कथित तौर पर बलदेवसिंह ठाकोर की ओर से धक्का दिए जाने के कारण गिर पड़ी और उनके बाएं ओर के कंधे व कोहनी पर चोट के कारण सूजन आई. संसदीय सचिव शामजी चौहाण पर भी हमला हुआ. गुत्थम-गुत्थी और हमले के दौरान सुरक्षाकर्मियों (सार्जेंटों) ने बलदेवसिंह ठाकोर को पकड़ा और सभागृह से बाहर ले गए.
इस हंगामे की शुरुआत प्रश्नकाल के दौरान चर्चा में किसानों पर हुए लाठी चार्ज के मुद्दे पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट होने के बाद गृह राज्य मंत्री के जवाब में कांग्रेस विधायक करमशी पटेल का नाम लेने पर हुई . कांग्रेस के कुछ विधायक हंगामा व नारेबाजी करते हुए पुन: आसन के समक्ष वेल में पहुंचे और जमीन पर बैठ गए. इस पर विधानसभाध्यक्ष वोरा ने वेल में आने वाले सभी सदस्यों को गुरुवार की शेष कार्रवाई के लिए निलंबित कर दिया.
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