"एक चुम्मा तू मुझको उधार दे दे" , अरे ये गाना तो सुना ही होगा आपने ,ये गाना गोविंदा की मूवी का है । ये गाना काफी समय तक चला था ,और तब हर किसे के मुह यही गाना होता था ।
क्या होगा आपका जब हम आपको यह बताएं कि इस गाने की वजह से गोविंदा बुरे तरीके से फसे हुए है ।
जब ये गाना किसी रानी मलिक लेखिका के दुवरा लिखा गया था ,उन्होने गाना लिखते समय ये नही सोचा होगा की उनके ये गाने के वजह से गोविंद को किन चीजो का सामना करना पड़ा सकता है ।
गाने में कुछ ऐसे वर्ड है की , जैसे " चुम्मे के बदले यूपी, बिहार देदे " का दावा इन पर कितना भारी पड़ सकता है ,इन्हें ये बिलकुल पता नही था । 2000 में जब बिहार, झारखण्ड का भाग था उस वक्त एक वकील ने इस फिल्म पर बिहार की बदनामी को बताते हुए मानहानि का केस किया था|
मीडिया रिपोर्टर के दुवारा ये पता चल है की ,इस केस की सुनवाई बीते 30 जून को होनी थी । वॉर्निंग के बाद भी अभिनेता कोट में शामिल नही हुए ,जिसके चलते कोट ने 20 जुलाई को अरेस्ट वॉरेंट जारी करवाया ।
फिल्म के निर्देशक विमल कुमार, गायक उदित नारायण और अल्का यागनिक, म्यूज़िक कंपोज़र्स आनंद और मिलिंद और गीत लेखिका रानी मलिक पर 5 मई 2001 को ज़मानती वॉरेंट जारी हो चुके थे ये बात हमे रिपोटर के दुवार पता चली है |करीब 16 साल बाद आज झारखण्ड के पाकुर कोर्ट में गोविंदा की पेशी थी । गोविदा इस केस को ले कर बेहद परेशान है ।