नई दिल्ली : किसानों की कर्ज माफी के बाद अब भाजपा नए साल में अन्नदाताओं को राहत की सौगात देने की तैयारी में है। इसे लेकर सरकार के रणनीतिकारों के बीच कई राउंड की बैठक हो चुकी है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपाध्यक्ष अमित शाह और कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने भी इस पर मंथन किया है।
मेघालय : खनिकों के बचाव अभियान में तेजी, आज से नौसेना भी होगी शामिल
फसल बीमा प्रीमियम में भी मिल सकती है छूट
प्राप्त जानकारी अनुसार सरकार कर्ज माफी की जगह ऐसे तरीके अपनाना चाहती है जिससे किसानों को सीधे और स्थायी राहत मिले, जिससे वे मजबूत हो सकें। इसमें समय पर कर्ज चुकाने वालों का पूरा ब्याज माफ किया जा सकता है। साथ ही तेलंगाना की तर्ज पर सीधे सब्सिडी और फसल बीमा प्रीमियम में छूट जैसे तरीके शामिल हैं। केंद्र सरकार इससे होने वाले राजनीतिक फायदे-नुकसान के साथ ही खजाने पर पड़ने वाले बोझ का भी आकलन कर रही है।
लगातार चेतावनियों के कारण बच गया आसमान में होने वाला भयंकर धमाका
खजाने पर पड़ेगा अतिरिक्त भार
जानकारी के मुताबिक तीन बड़े राज्यों मप्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की वापसी का बड़ा कारण किसानों की कर्ज माफी की घोषणा को माना जा रहा है। इसे देखते हुए भाजपा और केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देने की तैयारी की है। लोकसभा चुनाव से पहले सरकार समय पर कृषि ऋण चुकाने वाले किसानों का ब्याज माफ कर सकती है। इससे सरकारी खजाने पर 15000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा।
बीजेपी शासित इस राज्य में हैं सबसे अधिक पिछड़े जिले, नीति आयोग ने जारी की सूची
आज होगा इन राशिवालों को बहुत बड़ा फायदा, इन्हे झेलनी पड़ सकती है नुकसानी