मेहराब दरवाज़ों से अपने घर को दें राजसी रूप
मेहराब दरवाज़ों से अपने घर को दें राजसी रूप
Share:

क्या आप अपने घर की आतंरिक सज्जा में भव्यता और विरासत का विकल्प देना चाहते है, तो लाये मेहराब दरवाज़े. ये मुख्यतः लकड़ी पर खुबसूरत नकाशीवर्क के साथ कब्जी लगे हुए जोड़ीवाले दरवाज़े होते है. ये दरवाज़े 4,6,8,12,16 पैनल के पोर्टेबल वाल पार्टीशन होते है. जो आपको ज़रूरत के मुताबिक कम जगह में निजता के लिये अतिरिक्त स्थान देते है. पुराने ज़माने में महलों/हवेलिओं में इनका प्रयोग आढ़ के लिये किया जाता था.

मेहराब दरवाज़े एक तरह से श्रृंगार पटल (ड्रेसिंग पैनल) के रूप में भी उपयोग में लाया जाता था . इसमे कई बार अन्दर की तरफ आईना भी लगा हुआ होता है. इसका प्रचालन वैदिक काल से लेकर मुग़ल और राजपूत शासन के दौरान रहा. भारत सहित चीन, जापान, कोरिया, रूस, अरब, पर्शिया, मिश्र, अफ्रिका और यूरोप में कई संस्कृति में ये गृह सज्जा की अनिवार्य आवश्यकता थी.

आधुनिक युग में भी कम ही सही पर इसका अब भी उपयोग होता है. आजकल इसे पार्टीशन वाल की तरह इस्तमाल में लाया जाता है. ये चौड़ाई में 3 फीट से लेकर 15 फीट तक होते है, इनकी उच्चाई 3 फीट से लेकर 7 फीट तक होती है. और कीमत भी 5000 हज़ार से लेकर 1 करोड़ तक की होती है . लकड़ी के अलावा आजकल ये फाइबर, प्लास्टिक, अल्लुमिनियम, आदि में भी उपलब्ध हो जाते है . तो आइये देखते है कुछ बेहतरीन मेहराब दरवाज़े . 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -