नई दिल्ली : मुंबई में हुए 26/11 को हुए आतंकी हमले को लेकर साजिशकर्ता से गवाह बने डेविड हैडली ने वर्ष 2004 में हुए इशरत जहां एनकाउंटर मामले को लेकर अहम जानकारी दी है। उन्होंने इशरत को लश्कर - ए - तैयबा की आत्मघाती आतंकी बताया है। दरअसल एक काॅलेज में पढ़ने वाली इस लड़की को आतंकियों ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने के का कार्य दिया था। मगर इसे गुजरात पुलिस ने मुठभेड़ में मार दिया।
डेविड हेडली के इस तरह के बयान दिए जाने के बाद देश में राजनीतिक बहस छिड़ गई है। दरअसल डेविड हेडली के बयान को लेकर भाजपा ने कहा है कि इस मामले में जो लोग तत्कालीन सरकार पर आरोप लगा रहे थे वे माफी मांगे। यही नहीं इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने कहा है कि इशरत जहां को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके दल ने बिहार की बेटी बताया था।
उन्होंने कहा कि इस मामले में और आतंकवाद के मामले में वोट बैंक की राजनीति नहीं की जाना चाहिए। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने यह भी कहा कि डेविड हैडली ने किसी तरह की नई बात नहीं की। उनका कहना था कि वर्ष 2004 में एनकाउंटर हो जाने के बाद भाजपा द्वारा उसे आतंकी कहा जा रहा था।
विरोधियों ने उसे शहीद कह दिया। दूसरी ओर एनसीपी के नेता माजिद मेमन ने कहा कि हेडली अपने कारनामों और योजना को गिना रहा है मगर इसका इतना हल्ला नहीं मचाया जाना चाहिए। उसके दावे को क्राॅस चैक किया जाना बहुत आवश्यक है। न्यायालय इस मामले को शानदार तरीके से हैंडल कर सकता है।