लंदन : ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर ने उनके देश में निवास कर रहे एक सिक्ख अलगाववादी नेता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का मन बना लिया है. सिक्ख नेता पर पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के आरोपियों को उकसाने का आरोप लगाया गया था. लेकिन वे कॉमनवैल्थ नागरिक कानून के चलते उसे भारत को सौपने के आग्रह को स्वीकार नहीं कर पायी थी. यह बात गुरूवार को कुछ गोपनीय खुलासे के दौरान सामने आयी.
सूचना के अनुसार, खालिस्तान आंदोलन को प्रारम्भ करने वाला जगजीत सिंह चौहान 1971 में ब्रिटेन चला गया था. उसने ब्रिटेन में भी अपना आंदोलन सक्रिय रखा.पार्लियामेंट स्क्वायर पर ब्रिटेन में रह रहे सैकड़ों सिक्खो ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने हाउसेज ऑफ पार्लियामेंट की सड़को पर भी जाम लगाया. सिक्ख का नाम इंदिरा गांधी की हत्या में शामिल लोगों को उकसाने वाले प्रमुख व्यक्ति के रूप में दर्ज है. मार्गरेट सरकार उसकी गतिविधियों पर नियंत्रण रखने में असफल हुई थी.
तत्कालीन प्रधानमंत्री मार्गरेट के कैबिनेट में विदेश सचिव रहे जेफरी हो ने लिखा है, “भारत ने चार मार्च 1976 को चौहान को सौंपने का औपचारिक आग्रह किया था. उस समय उस पर भारत विरोधी गतिविधियों में समिल्लित होने के आरोप लगे थे. लेकिन कॉमनवेल्थ नागरिक कानून के आधार पर ऐसा करने में तत्कालीन ब्रिटेन सरकार असमर्थ थी.