नई दिल्ली : अगस्ता वेस्टलैंड की स्वामी कंपनी फिनमेकेनिका ने एक शातिर चोर की तरह अपनी कंपनी का नाम ही बदल दिया है। वीवीआईपी हेलीकॉप्टर बनाने वाली इस कंपनी पर इटली की अदालत में कार्रवाई होने के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के मुताबिक कंपनी का नया नाम लियोनार्डो रखा गया है।
मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत यह एक चालाकी भरा कदम है। ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि फिनमेकेनिका का नाम बदल गया है और वो अब लियोनार्डो के नाम से कंपनी चला रहे है। इस बात की जिक्र उन्होने अपने ट्विटर पेज पर भी किया है। इटली की अदालत में कंपनी पर केस भी चल रहा था।
अदालत ने साफ शब्दों में कहा था कि रिश्वत के तौर पर 125 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था। फिनमेकेनिका के प्रमुख को इस सौदे में रिश्वत देने के लिए गिरफ्तार किया। अगस्ता वेस्टलैंड के प्रमुख ग्यूसेप ओरसी को इश मामले में दोषी ठहराया गया।
इस दौरान मिलान की अदालत ने बताया है कि किस प्रकार कंपनी ने 3600 करोड़ की डील के लिए कांग्रेस के नेताओं को रिश्वत दी थी। इसके बाद से ही देश की राजनीति में उबाल आया हुआ है। फिलहाल देश में अगस्ता के 3 वीवीआईपी चॉपर है।
इन्हें पलाम के टेक्नीकल बेस में रखा गया है मामला बिगड़ता देख चॉपर को कचरा मानकर बक्से में ही छोड़ दिया गया। दूसरी ओर चॉपर डील की जांच कर रहे ईडी के जांच अधिकारी विकास मेहता का पिछले दिनों ट्रांसफर कर उन्हें मदुरै भेज दिया गया।