मधुमेह और हृदय रोग आजकल काफी आम बीमारी हो गई है. रक्त में चीनी और चर्बी की वृद्धि से ही कई रोग होते हैं. हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय पोषण संस्थान (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन) ने अपने शोध में पाया है कि मेथी इन दोनों बीमारियों में काफी उपयोगी है.
इन बीमारियों से पीड़ित लोगों के इलाज में मेथी के बीज काफी उपयोगी होते हैं. कितना और कैसे मेथी का सेवन करें और इसे लेते समय क्या सावधानियां बरती जानी चाहिए इसका उल्लेख नीचे किया जा रहा है.
मेथी के बीज को खाना पकाने में इस्तेमाल किया जाता हैं और यह राशन के दुकानों में असानी से उपलब्ध रहता है. रेशा की मात्रा अधिक होने के कारण मधुमेह में मेथी लाभदायक है. यह रक्त एवं पेशाब में चीनी की मात्रा और कोलस्टेरॉल की मात्रा को कम करता हैं. कच्चे एवं पके मेथी में यह गुण मौजूद है.
मेथी के पत्तों में (मेथी साग) ये गुण नहीं पाये जाते हैं. मेथी के बीज की मात्रा मधुमेह एवं कोलेस्टेरॉल के स्तर पर निर्भर होता है. इसे 25 ग्राम से 50 ग्राम तक की मात्रा में लिया जा सकता है. शुरुआत में 25 ग्राम मेथी के बीज प्रतिदिन 12.5 ग्राम के हिसाब से दो-दो बार दोपहर और रात को खाने के साथ लिया जा सकता है.