देश में सूखे का असर देखने को मिल रहा है. देखा जा रहा है कि पूरे देश में जलाशयों का पानी सुख रहा है. और इसके कारण ही देश के सभी क्षेत्रों में जलाशयों का औसत स्तर 10 वर्षो के निचले स्तर पर पहुँच गया है. कहा जा रहा है कि इस सूखे का असर सीधे तौर पर बिजली पर पड़ने वाला है.
इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस बार गर्मियों में बिजली संकट बहुत ही तेज दिखाई देने वाला है. देखने को मिला है कि जलाशयों का कम स्तर पॉवर जेनरेशन को कम करने वाला है. इस मामले में सरकार का यह बयान सामने आया है कि देश में 91 जलाशयों में 21 अप्रैल तक उनकी क्षमता का केवल 22 फीसदी पानी जमा हुआ है.
जोकि पिछले वर्ष के दौरान करीब 65 फीसदी देखने को मिला था. जबकि साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि पानी के संकट से पूर्वी भारत, पश्चिम भारत, उत्तर भारत और दक्षिण भारत सभी जूझ रहे हैं. देश में सूखे के कारण फसल का भी नुकसान देखने को मिल रहा है.