कहा जाता है अगर प्रतिदिन कोई मंत्र नहीं पढ़ा जा सके तो किसी खास अवसर पर या जैसे एकादशी या गुरुवार के दिन भगवान विष्णु का स्मरण करन चाहिए और 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करना चाहिए क्योंकि यह बहुत फायदेमंद रहता है। आप सभी जानते ही होंगे भगवान विष्णु जगत का पालन करने वाले देवता हैं। ऐसे में उनका पूजन करने से बड़े लाभ होते हैं और सारे काम भी बन जाते हैं। भगवान विष्णु का स्वरूप शांत और आनंदमयी है। वहीं धार्मिक शास्त्रों के अनुसार प्रतिदिन भगवान श्रीहरि का स्मरण करने से जीवन के समस्त संकटों का नाश होता है तथा धन-वैभव की प्राप्ति होती है। ऐसे में आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कई ऐसे मंत्र जिनका जाप करने से श्रीहरि विष्णु खुश होते हैं। कहा जाता है इन मन्त्रों का गुरूवार के दिन जाप जरूर करना चाहिए।
श्रीहरि विष्णु के विविध मंत्र-
- श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे।
हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
- ॐ नारायणाय विद्महे।
वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
- ॐ विष्णवे नम:
- ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
- दन्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
- ॐ हूं विष्णवे नम:।
- ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
- ॐ अं वासुदेवाय नम:
- ॐ आं संकर्षणाय नम:
- ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
- ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
- ॐ नारायणाय नम:
* ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान।
यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।।
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