वाॅशिंगटन : अमेरिका में सीरियाई शरणार्थियों का मसला एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है। पार्टियां इसे चुनाव में उपयोग करने जा रही है। यही नहीं रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की रेस में डोनाल्ड ट्रम्प चुनावी मैदान में हैं। राष्ट्रपति की दौड़ में वे सबसे आगे हैं। उनकी मांग है कि सीरियाई शरणार्थियों को वापस भेजा जाए यदि वे राष्ट्रपति बने तो वे सीरियाई शरणार्थियों को फिर भेज देंगे।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति चुनाव इसी वर्ष नवंबर में होंगे। दूसरी ओर ट्रम्प द्वारा बयान दिया गया है कि रूस सीरिया के आतंकी संगठनों पर हवाई हमले प्रारंभ कर रहा है। दूसरी ओर चैनल से चर्चा में कहा गया है कि रूस सीरिया पर हवाई हमले कर रहा है। यदि रूस अपने अभियान में सफल हो गया तो करीब 2 लाख शरणार्थी अमेरिका में पहुंचेंगे।
इस मामले में उन्होंने कहा कि यदि वे राष्ट्रपति बने तो वे शरणार्थियों की समस्या हल कर देंगे। अमेरिका शरणार्थियों को स्वीकार नहीं करेगा। शरणार्थी आईएस के आतंकी हो सकते हैं। इसलिए अमेरिका उन्हें पनाह नहीं देगा। शरणार्थी बराक ओबामा की कमजोरी का लाभ उठा रहे हैं। यदि वे अमेरिका में घुस तो गए हैं लेकिन उनके राष्ट्रपति बनने के बाद बाहर निकाल दिया जाएगा।