जी हाँ हाथो में कुछ प्वाइंट ऐसे होते हैं जिनको अासानी से ढूंढा जा सकता है। इनको दबाकर कई रोगों का इलाज किया जा सकता है लेकिन सभी व्यक्तियों की बनावट एक जैसी नहीं होती है अगर अाप किसी व्यक्ति के रोग के उपचार के लिए एक्यूप्रेशर प्वाइंट ढूढ़ना चाहते हैं तो उस व्यक्ति के अंगूठे या हाथ का प्रयोग किजिए क्योंकि हर किसी के हाथ अौर अंगूठे की बनावट शरीर के अनुसार ही होती है।
- इस एक्यूप्रेशर प्वाइंट सही दबाव डालकर अाप जुकाम, साइनस, सांस की परेशानी, चिंता,तनाव और पाचन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। यह प्वाइंट्स हमारे दोनों हाथों में होते हैं।
- कुछ दिनों तक एक्यूप्रेशर पहले दो प्वाइंट्स का असर फेफड़ों संबंधी रोगों को दूर करने में मदद करते हैं।
- प्वाइंट LU 7 हाथ और कलाई के जोड़ पर होता है। इस प्वाइंट पर दबाव डालने से ठंड अौर जुकाम संबंधी लक्षणों जैसे छींक, ठंड, नाक बहना और गले की सूजन आदि से राहत मिलती है।
- दूसरा प्वाइंट LU 9 हाथ की नाड़ी के पास होता हैं। इस प्वाइंट पर सही दबाव डालने से खांसी, अस्थमा और सांस उखड़ने की समस्या से तुरंत अाराम मिलता है।
- हमारी बाजुओं में PC3 प्वांइट वहां होता है जहां कोहनी मुड़ती है। इस प्वाइंट पर जोर डालने से पेट और हाजमे संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसके साथ तनाव और चिंता से अाराम मिलता है।
- बाजु के निचले हिस्से में PC 6 प्वाइंट होता है। यह प्वाइंट वहां होता है जहां आपकी बाजु सबसे मोटी होती है। यह प्वाइंट तनाव, पाचन क्रिया, मतली और कार्पल टनल सिंड्रोम जैसी समस्याओं को दूर करता है।
-अगर कोई व्यक्ति बेहोश हो जाए तो उसके दोनों हाथों की सबसे छोटी उंगली की जड़ में मालिश करने से रोगी को होश आ जाता है। जब व्यक्ति होश में आ जाए तो उसे पानी पिलाकर कुछ देर के लिए लिटा देना चाहिए।