चंडीगढ़: पंजाब में डेंगू का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में अब तक डेंगू के 16 हजार से अधिक डेंगू के केस देखने को मिल चुके है. डेंगू के कारण से पंजाब में 60 लोगों की मौत भी हो चुकी है. पंजाब में पहली बार डेंगू के 16 हजार से अधिक केस दर्ज किये जा चुके है. पंजाब में इसके पूर्व डेंगू का सबसे बुरा कहर वर्ष 2017 में सामने आया था. 2017 में पंजाब में डेंगू के 15,398 केस सुनने को मिले थे और 18 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था. लेकिन इस वर्ष डेंगू के मामलों का पुराना रिकॉर्ड भी टूट चुका है. जहां इस बात का पता चला है कि डेंगू के मालों में सबसे अधिक तेजी बीते एक माह में देखने को मिली है. 30 सितंबर से 30 अक्टूबर के मध्य राज्य में डेंगू के 12 हजार से अधिक केस देखने को मिले थे और जिसके कारण 50 लोगों ने अपनी जान से हाथ धो दिया था.
कब मिलेगी डेंगू से राहत?: वहीँ इस बारें में सरकार की तरफ से जानकारी दी गई है कि साहिबजादा नगर डेंगू के कारण से सबसे अधिक प्रभावित है. यहां अब तक डेंगू के 2,457 केस देखने को मिले थे और 31 लोगों की डेंगू कारण मौत भी हो गई थी. भटिंडा में डेंगू के 2,063 केस सामने आए हैं और 4 लोगों की मौत हो गई. होशियार पुर में डेंगू के 1,465 और अमृतसर में 1,461 केस दर्ज किए गए.
विशेषज्ञ का मानना है कि मानसूम में देरी और अक्टूबर में आई बैमौसम वर्षा डेंगू के बढ़ते हुए कहर के लिए जिम्मेदार है. पंजाब के लोगों को हालांकि डेंगू के हाहाकार से राहतकब तक मिलेगी इस बारें में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. सरकार ने हालांकि दावा किया है कि 15 नवंबर के बाद सर्दी बढ़ने से डेंगू के केसों में गिरावट देखने को भी मिल सकती है.
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