सफीदों : भारत में स्वस्थ्य मातृत्व और सुरक्षित प्रसव की बात तो की जाती है लेकिन इसके उपायों पर चर्चा नहीं होती। कई दावे किए जाते हैं लेकिन जब प्रसव वाहन में या सड़क के किनारे हो जाए तो फिर सारी योजाऐं हवा साबित होती हैं. जी हां, ऐसा ही एक मामला सफीदों में सामने आया है। दरअसल यहां पर गर्भवती महिला रेनू साकेत ने एंबुलेंस को कई बार फोन कर बुलवाया लेकिन एंबुलेंस नहीं आई।
जब कुछ देर में एंबुलेंस नहीं आई और प्रसूता का दर्द बढ़ने लगा तो परिजन उसे आॅटो रिक्शा से ले गए। ऐसे में महिला को दर्द कुछ अधिक हुआ और महिला को आॅटो रूकवाकर ही प्रसव करवाना पड़ा। हालांकि महिला और बच्चे को चिकित्सालय ले जाया गया। अब दोनों ही खतरे से बाहर हैं।
हालांकि अस्पताल में एंबुलेंस चालक ने इस तरह की कोई जानकारी होने से इन्कार किया। गौरतलब है कि पहले भी कई बार इस तरह के वाकये सामने आ चुके हैं ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं।
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