नई दिल्ली: भारत में महाराष्ट्र के बाद देश की राजधानी दिल्ली कोरोना महामारी से प्रभावित राज्य है। दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस के 1707 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और मरने वाले लोगों की कुल तादाद 42 हो गई है। दिल्ली के 68 हिस्सों को अब तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, दिल्ली के सभी नौ जिलों को हॉटस्पॉट जिला घोषित कर चुका है।
इन सबके बीच प्रशासन के सामने एक बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है । यहां 191 मरीजों के ऐसे निकले हैं जिनके संक्रमण के सोर्स का कोई रिकॉर्ड ही नहीं मिल रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, कुल मामलों में 1080 निजामुद्दीन मरकज घटना से सम्बंधित हैं, इसके बाद लोकल ट्रांसमिशन के 353 केस हैं। यानि ये लोग कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए होंगे। ट्रेवल हिस्ट्री वाले लोगं की संख्या 83 है। किन्तु 191 लोगो कोरोना संक्रमित कैसे हुए, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल पाई है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, 191 कोरोना संक्रमित अभी तक स्वास्थ्य अधिकारियों को यह बताने में असमर्थ रहे हैं कि वे वायरस कैसे संक्रमित हुए। जिला निगरानी अधिकारी इस बीच नियमित रूप इनकी हिस्ट्री खंगाल रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हालांकि ये तादाद बहुत बड़ी नहीं है, हमें लगातार उन्हें ट्रैक करना होगा। हमें शक है कि कई लोग जानकारी देने के लिए इच्छुक नहीं है जबकि कुछ लोग ये भूल भी गए हैं कि वो बीमार होने से पहले किस किस जगह गए थे।
अब तक देशभर में इतने जमाती निकले कोरोना संक्रमित