देश भर में दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचार थमने का नाम ही नहीं ले रहे है, पिछले दिनों मध्यप्रदेश के उज्जैन में हुई घटना के अनुसार दलित दूल्हे को सवर्णों से घोड़ी से निचे उतार दिया था जिसके चलते उज्जैन में इन घटनाओं से बचने के लिए एक अजीबो-गरीब नोटिस गाँवों के सरपंच और सचिवों को दिया गया है, जिसके अनुसार दलितों की शादी से तीन दिन पहले पुलिस को सुचना करना जरुरी है.
दरअसल उज्जैन के प्रशासन ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि उज्जैन के नाग गुराडियां गांव में एक दलित दूल्हे को सवर्णों द्वारा घोड़ी से जबरन उतार लिया गया था, इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था. जिसके बाद माहिदपुर के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट जगदीश गोमे ने एक सर्कुलर जारी कर गाँव के सरपंच और सचिवों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
पिछले कुछ समय से देश में इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही है, कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के बदायूं और राजस्थान के भीलवाड़ा से भी दलित दूल्हे के साथ सवर्णों द्वारा मारपीट के दो मामले सामने आए. वहीं बदायूं की और घटना सामने आई है जिसके अनुसार दलित को जुटे में पेशाब भर कर पिलाया गया था.
दलितों के घर भोजन सिर्फ ड्रामा - मोहन भागवत