ऐसे स्टूडेंट्स जो इस वर्ष आयोजित होने वाली उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (UPPSC) परीक्षा में शामिल होने वाले हैं उनके लिए बेहद अच्छी खबर हैं. दरअसल इस वर्ष से UPPSC की परीक्षा में सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) की परीक्षा को भी क्वालिफाइंग कर दिया है. और आयोग के इस प्रस्ताव को राज्य सरकार द्वारा मंजूरी भी दी जा चुकी हैं . हालांकि वर्ष 2012 से ही UPPSC ने सीसैट को शामिल कर दिया था जिसका विरोध स्टूडेंट्स ने किया था. इस वर्ष परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के लिए अच्छी बात यह हैं की उन्हें सीसैट के पेपर में सिर्फ 33 प्रतिशत मार्क्स ही लाने होंगे.
2014 में संघ लोक सेवा आयोग के सीसैट को क्वालीफाइंग करने के बाद बिहार, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और झारखंड ने सीसैट को समाप्त कर दिया था. इसके साथ ही मध्य प्रदेश और झारखंड द्वारा भी यह नियम लागु कर दिया हैं. पर मुख्य परीक्षा की मेरिट तय करने के लिए यूपी सरकार ने अबतक सीसैट को शामिल कर रखा था.
हिंदी भाषी स्टूडेंट्स का सीसैट के सम्बन्ध में यह कहना था की इससे इंग्लिश मीडियम के स्टूडेंट्स को फायदा पहुंचा रहा है. हालांकि सीसैट को हटाने के बाद स्टूडेंट की अब यह मांग हैं कि पिछले तीन सालों में सीसैट से प्रभावित स्टूडेंट्स को अतिरिक्त मौके भी ज़रूर मिलने चाहिए.