फुटबॉल जगत का वह चर्चित गोल, जिसका क्रेडिट खिलाड़ी को नहीं बल्कि मिला इस शख्स को
फुटबॉल जगत का वह चर्चित गोल, जिसका क्रेडिट खिलाड़ी को नहीं बल्कि मिला इस शख्स को
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साल 1986...फुटबॉल वर्ल्ड कप का क्वार्टर फाइनल मैच और इंग्लैंड की भिड़ंत अर्जेंटीना से. ये वो मुकाबला है जिसे शायद ही कभी कोई फुटबॉल फैन भुला पाएगा. ये वो मुकाबला है जिसमें एक ऐसा गोल हुआ था जो इस खेल के इतिहास का सबसे विवादित गोल है. ये गोल फुटबॉल की दुनिया में हैंड ऑफ गॉड (Hand Of God) यानी भगवान के हाथ से किये गए गोल के नाम से मशहूर है. इस एक गोल ने इंग्लैंड के वर्ल्ड चैंपियन बनने के सपने को तोड़ा था और डिएगो माराडोना (Diego Maradona) के इसी गोल के दम पर अर्जेंटीना ने दो मैच के बाद दुनिया जीती. आइए आपको बताते हैं 'हैंड ऑफ गॉड' की पूरी कहानी.

माराडोना का विवादित 'हैंड ऑफ गॉड' गोल: मेक्सिको सिटी में खेले जा रहे वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल मैच में दो मजबूत टीमों की टक्कर थी. इंग्लैंड और अर्जेंटीना (England vs Argentina) का मैच बेहद कांटे का था. पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ लेकिन दूसरे हाफ में अर्जेंटीना और इंग्लैंड ने 1-1 गोल दाग दिया. हालांकि मैच खत्म होने से ठीक 6 मिनट पहले कुछ ऐसा हुआ जिसने इंग्लैंड की टीम और उसके करोड़ों फैंस का दिल ही तोड़ दिया.

ऐसे किया माराडोना ने गोलमाराडोना (Diego Maradona) के पास गेंद आई और उन्होंने अपने साथी होर्गे वैल्डेनो की ओर गेंद पास की. गेंद मैराडोना के पास से जा चुकी थी लेकिन उन्होंने गोल करने का पूरा ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया था. मैराडोना ने जो पास किया था वो वैल्डोना के पास जरूर गया लेकिन वो गेंद को संभाल नहीं सके. गेंद वैल्डोना के पैरों से निकलकर इंग्लैंड के लेफ्ट मिडफील्डर स्टीव हॉज की ओर गई. स्टीव हॉज चाहते तो गेंद को बाहर मारकर अर्जेंटीना को पेनल्टी कॉर्नर दे सकते थे लेकिन उन्होंने गेंद को अपने गोलकीपर पीटर शिल्टन की ओर मार दिया. गेंद शिल्डन के हाथों में जाने ही वाली थी कि तभी माराडोना बिजली की रफ्तार से आए और वो बॉल के पास पहुंच गए.

माराडोना (Diego Maradona) ने गेंद पर हैडर मारने का प्रयास किया लेकिन उनके सिर से पहले गेंद पर उनका हाथ लग गया और गेंद इंग्लैंड के गोलकीपर को छकाते हुए गोल के अंदर चली गई. माराडोना के साथियों को कुछ समझ नहीं आया लेकिन वो तेजी से दौड़ते हुए जश्न मनाने दौड़ पड़े. दूसरी ओर इंग्लैंड के खिलाड़ी मैच रेफरी अली बिन नेस्सेर के पास जाकर उन्हें बताने लगे कि गेंद माराडोना के हाथ से लगकर गई है. रेफरी ने इंग्लिश खिलाड़ियों की बात नहीं मानी और इसे गोल करार दिया. बाद में जब रीप्ले में देखा गया तो गेंद मारोडाना के सिर से काफी दूर थी और वो हाथ की वजह से ही वो गोल हुआ था. मैच रेफरी को वो सब दिखा नहीं और अर्जेंटीना ने क्वार्टर फाइनल मैच 2-1 से जीत लिया.

मैच रेफरी बिन नेस्सेर ने मैच के बाद सफाई दी कि उन्हें तो गेंद दिखी नहीं इसलिए उन्होंने दूसरे रेफरी डॉचेव की ओर देखा लेकिन उन्होंने भी हैंडबॉल का सिग्नल नहीं दिया. ऐसे में उन्होंने अर्जेंटीना के पक्ष में फैसला दिया. इस जीत के बाद अर्जेंटीना ने सेमीफाइनल में बेल्जियम को 2-0 से मात दी और फाइनल में उसने पश्चिमी जर्मनी को हराकर दोबारा वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया.

हैंड ऑफ गॉड पर माराडोना की सफाई: मैच के बाद माराडोना (Diego Maradona) ने इस गोल पर कहा कि वो अपने टीम के खिलाड़ियों का इंतजार कर रहे थे लेकिन कोई नहीं आया. इसके बाद माराडोना ने उन्हें चिल्लाकर कहा कि मुझे गले लगाओ, नहीं तो रेफरी ये गोल नहीं देगा. इसके बाद साल 2005 में माराडोना ने अपने इस गोल के बारे में ईमानदारी से बताया. उन्होंने बताया कि गेंद सिर पर लगी ही नहीं थे. माराडोना ने जानबूझकर अपना बांया हाथ गेंद पर लगा दिया था, जिससे वो गोल हो पाया.

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