बीजिंग : चीन भारत को कोसने का एक भी मौका नहीं छोड़ता है। भारत को मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम यानि एमटीसीआर की सदस्यता मिलने पर चीन बिफरा हुआ है, चीन ने भारत को मतलबी और पाखंडी कहा है। सोमवार को भारत एमटीसीआर का 35वां सदस्य बना। इस लिस्ट में चीन और पाकिस्तान का नाम नहीं है।
इसका कारण है चीन द्वारा मिसाइल संबंधी पूरी जानकारी साझा न करना। सरकारी चीनी अखबार के अनुसार, भारत आत्म केंद्रित देश है और उनमें नैतिकता की कमी है। अखबार में भारत को एनएसजी की सदस्यता न मिलने पर भी टिप्पणी की गई है। यह भी बताया गया है कि कैसे भारत सरकार और भारतीय मीडिया चीन को एनएसजी की राह का रोड़ा बता रहा है।
संपादकीय में भारत की पश्चिमी देशों की चाटुकारिता करने का भी आरोप लगाया गया है, क्यों कि अमेरिका, फ्रांस, कनाडा और कुछ अन्य देशों ने भारत की एनएसजी सदस्यता को समर्थन दिया है। लेख में कहा गया है कि भारत को अमेरिका का समर्थन मिलने से उसके पर निकल आए है, लेकिन अमेरिका पूरी दुनिया नहीं है।
चीन ने कहा है कि भारत को अमेरिका का समर्थन मिलने का अर्थ ये नहीं है कि उसने पूरी दुनिया का समर्थन पा लिया है। लेख में भारत की विदेश नीति के संबंध में कहा गया है कि इसे स्पष्ट करने की दरकार है। भारतीयों को राष्ट्रीयता के बारे में सीखने की जरुरत है।