किशोरावस्था वह समय है जब आप बच्चे से वयस्क में बदलते हैं. यही वह समय भी है जब शरीर यौनिक रुप से परिपक्व होता है. अधिकतर लड़कियाँ 9-16 वर्ष की आयु के बीच अपने शरीर में परिवर्तन अनुभव कर सकती हैं. कुछ लड़कियों में ये परिवर्तन अन्य लड़कियों की तुलना में जल्दी शुरु हो सकते हैं. सामान्यतः यह परिवर्तन 17-18 वर्ष की आयु तक समाप्त हो जाते हैं और आपका शरीर एक वयस्क महिला के रुप में विकसित हो जाता है
* आपके शरीर में पहले बाहरी विकास शुरु होगा. शुरु में आप, एकाएक अपने शरीर में बदलाव होते देखेगें जैसे की बहुत कम समय में ज्यादा लम्बाई बढ़ना.
* किशोरावस्था के दौरान लड़कियों के स्तन एवं कूल्हे बढ़ने लगते हैं.
* बाहों के नीचे और जाघों के बीच में बाल आने लगते हैं.
* चेहरे पर मुहांसे भी निकल सकते हैं.
* किशोरावस्था में पसीना आने की ज्यादा संभावनाएं होती हैं, विशेषकर बगलों में, यानी बाहों के नीचे.
यह सभी बदलाव स्वाभाविक हैं. यह बदलाव हमारे शरीर में उपस्थित कुछ हार्मोन (अंतः स्रावी द्रव्य), खान पान एवं अनुवांशिक घटकों से प्रेरित होते हैं जिसमें महिला की सांस्कृतिक पृष्ठभूमि भी शामिल है.