नई दिल्ली : दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने के बाद अब प्रदूषण के स्तर को कम करने पर चिंतन किया जा रहा है। इस मामले में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने पड़ोसी राज्यों के साथ सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक आमंत्रित की है। दिल्ली के पर्यावरण भवन में आयोजित होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल दवे करेंगे। इस बैठक में दिल्ली के पर्यावरण की दशा सुधारने के लिए व्यापक पहल की जा सकती है।
दिल्ली राज्य में प्रदूषण बढ़ने के विरूद्ध दिल्ली सरकार के मंत्रियों द्वारा चिंतन किया गया था जिसमें सरकार आॅड इवन फाॅर्मूले को लेकर फिर से मंथन करने के लिए राजी हुई। सरकार ने प्रदूषण रोकने के लिए कई तरह के प्रयासों पर चर्चा की। अब केंद्र सरकार बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए मंथन में जुटी है। ऐसे में केंद्रीय मंत्रालय द्वारा बैठक का आयोजन किया जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से पहल करते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने सिंधु सीमा पर स्थितियों का जायजा लिया।
दूसरी ओर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन देर रात गाजीपुर चैक नाके पर पहुंचे। दोनों नेताओं ने पर्यावरण को होने वाले नुकसान के कारणों की पड़ताल की। दूसरी ओर सरकार द्वारा दिल्ली में दाखिल होने वाले ट्रकों की जांच की जा रही है। इमरान हुसैन ने कहा कि वे भी पर्यावरण को लेकर कई स्तरों पर जांच करेंगे। गौरतलब है कि लोगों द्वारा रविवार को ही दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सरकार की आलोचना की गई थी।
लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था और हर रविवार को जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की बात कही थी। इन लोगों का कहना है कि जब स्थिति हाथ से निकल गई है तब सरकार जागी है लेकिन इसके पहले तक सरकार ने कुछ भी नहीं किया है। इस मामले में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल दवे ने कहा है कि दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण पर राजनीति न हो।
इस समस्या का समाधान सभी को करना है। प्रदूषण को लेकर आपातकाल जैसी स्थिति है। अनिल दवे ने इस बात की अपील की है कि दिल्ली के प्रदूषण को लेकर राजनीतिक दल आरोप का खेल न खेले। परेशानी का सामना करने में सभी को सहयोग करना चाहिए।