कैश के साथ-साथ चेक से भी लेता था यह आईएएस अधिकारी रिश्वत
कैश के साथ-साथ चेक से भी लेता था यह आईएएस अधिकारी रिश्वत
Share:

जयपुर: एग्रीकल्चर सेक्रेटरी नीरज के पवन से जुड़े 18 ठिकानों पर आज एंटी करप्शन ब्यूरो ने छापेमारी की। एसीबी ने उनके एक करीबी दलाल को हिरासत में लिया है। एसीबी ने बताया कि नीरज ने केवल कैश बल्कि चेक के जरिए भी रिश्वत की रकम ली है।

कुछ माह पहले नीरज के खिलाफ एनआरएचम में शिकायत की गई थी। एसीबी के एडीजी भूपेंद्र दक ने शाम को प्रेस कान्फ्रेंस कर कई चौंकाने वाले खुलासे किए। जयपुर के 17 और भरतपुर के 1 ठिकानों पर कार्रवाई के बाद जिन पांच लोगों के खिलाफ सर्च किया गया, वे सभी पूरी तरह से रिश्वत के लेन-देन में शरीक हैं।

नीरज के लिए दलाल का काम अजीत सोनी करता था। अजीत इवेंट कंपनी चलाता है। वुमन ऑफ फीचर अवॉर्ड भी वही आयोजित करता था। सोनी अपने काम के साथ-साथ रिश्वत के मामलों को अंजाम देने के लिए कंसल्टेंसी की भूमिका में रहता था। कंसल्टेंसी की भूमिका में रहने के लिए सुझाव दिया था अनिल अग्रवाल ने।

अनिल अग्रवाल आईईसी कंपनी का रीजनल डायरेक्टर है। इस कांड में चौथी सरगना है एनएचएम में चीफ अकाउंट ऑफिसर दीपा गुप्ता। टेंडर में छेड़छाड़ करना, जबरन बिल को अटका कर रखना और रिश्वत लेना। पांचवा व्यक्ति है जोजी वर्गीज। यह स्टोर कीपर है।

नीरज के घर से लाखों की विदेशी शराब, बड़ी मात्रा में गहने, जिनकी जांच सर्राफा व्यापार संघ से कराई गई तथा यूएस डॉलर मिलने की बात भी सामने आ रही है। एसीबी ने जो खुलासा किया है उसके अनुसार दलाल अजीत सोनी के यहां से डॉक्यूमेंट्स हार्ड कॉपी और ऑनलाइन में मिले हैं।

इन डॉक्यूमेंट में रिश्वत का पूरा हिसाब रखा हुआ है। अभी और भी कंप्यूटर में डॉक्यूमेंट हैं, जिनमें अंदेशा है कि और भी बहुत कुछ मिलेगा। परिवार वादी ने 28 अक्टूबर को नीरज के खिलाफ शिकायत की थी। ऑडियो विजुअल सबूत भी पेश किए थे। इशखए भआध एसीबी ने इसकी जांच की और मंगलावर को नीरज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -