करियर की शुरुआत के लिए सही रास्ता क्लियर होना ज़रूरी होता हैं.आप जिस भी फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हो उसकी सारी और सही जानकरी होना ज़रूरी होता हैं.विज़ुअल मर्केंडाइजर का क्षेत्र उन छात्रों के लिए सूटेबल होता हैं जोकि डिजाइनिंग और रिटेल इंडस्ट्रीज में इंट्रेस्टेड होते हैं. जानिए कोर्स से जुडी कुछ बातें:-
विजुअल मर्केंडाइजर का कोर्स:- विज़ुअल मर्केंडाइज़र बनने के लिए प्रोफेशनल क्वालिफिकेशन का होना बेहद ज़रूरी हैं.इस कोर्स के लिए 12 वीं के बाद डिप्लोमा और ग्रेजुएशन कोर्सेज उपलब्ध होते हैं.जिससे की आप अच्छे करियर की शुरुआत कर सकते हैं.
प्रोफाइल:- विज़ुअल मर्केंडाइज़र को मर्केंडाइज डिस्प्ले को-ऑर्डिनेटर भी कहा जाता हैं.विज़ुअल मर्केंडाइज़र का काम रिटेल स्टोर्स में स्ट्रैटेजिक प्लेसमेंट कला से प्रोडक्ट को आकर्षित करना होता हैं की वो उस प्रोडक्ट को अधिक से अधिक ख़रीदे.इसके अलावा विज़ुअल मर्केंडाइज़र को बेसिक रिटेल नॉलेज और स्टाइल का नॉलेज भी होना चाहिए.ताकि वो प्रोडक्ट की बिक्री अधिक से अधिक बढ़ा सके.
विजुअल मर्केंडाइजर बनने के लिए ज़रूरी स्किल्स :-
1)अच्छी स्केचिंग और कम्प्यूटर एडेड डिजाइन (कैड) स्किल्स
2) कलर थ्योरी और डिजाइनिंग प्रिंसिपल्स का नाॅलेज होना चाहिए.
3) अपने प्रोडक्ट, स्टोर की ब्रांडिंग करना आना चाहिए.
4) एम्प्लॉयर व कस्टमर की जरूरतों काे समझना ज़रूरी हैं.
5) डिजाइन और रिटेल इंडस्ट्री के करंट ट्रेंड्स के साथ अपडेटेड रहना ज़रूरी हैं.
जॉब के अवसर:- कोर्स के पूरा होने के बाद कैंडिडेट्स नेशनल और इंटरनेशनल रिटेल स्टोर्स, एयरपोर्ट्स, म्यूजियन, इवेंट प्लानिंग और डिजाइनिंग कंपनीज में काम कर सकते.सेल्फ एम्प्लॉयमेंट का स्कोप भी अच्छा हैं.इन सब के अलावा कंसल्टेंट के रूप में आप अपना काम शुरू कर सकते हैं.
सैलेरी :- फील्ड में शुरुआत में पैकेज तीन से चार लाख रूपए सालाना का होता हैं.
संस्थान: नेशनल इंस्ट्रीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी एशिया-पैसेफिक ऑफ मैनेजमेंट पर्ल एकेडमी ऑफ फैशन मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ कम्यूनिकेशंस
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