बुरहानपुर: मध्य प्रदेश में चुनाव के चलते प्रतिदिन अलग-अलग दृश्य देखने को भी मिल रहे हैं। कहीं राजनीतिक प्रतिद्वंदियों की तकरार हो रही है तो कहीं अपनों के विवाद से सियासी दलों के माथे पर सिकन चढ़ी हुई है। इसी बीच ऐसा ही एक नजारा बुरहानपुर की गलियों में भी देखने को मिला। बुरहानपुर में विधानसभा चुनाव के दंगल में ठाकुर प्रियांक सिंह निर्दलीय ही कूद पड़े हैं। चुनाव लड़ने के लिए आवश्यक रस्मों में एक रस्म नामाकंन की भी होती है। इसी रस्म को पूरा करने नेता कारों के काफिले, शोर-शराबे तथा धूम-धाम से जाते हैं।
ठाकुर प्रियांक सिंह भी इसी रस्म को पूरा करने के लिए रिटर्निंग अफसर के ऑफिस पहुंचे, मगर उनसे अधिक चर्चा उनकी सवारी की रही। दरअसल, प्रियांक सिंह गधे पर सवार होकर अपना नामांकन फॉर्म जमा करने पहुंचे। इस के चलते उनके साथ उनके समर्थकों का कुनबा भी उपस्थित था। निर्दलीय चुनावी दंगल में उतरने वाले प्रियांक सिंह ने गधे पर बैठकर ही रैली निकाली। गधे पर सवार होकर प्रियांक सिंह जिस-जिस स्थान से गुजरे, वहां मौजूद लोग उन्हें देखते ही रह गए। अब चुनावी ख़बरों में बुरहानपुर की गलियों में गधे पर सवार होकर नामांकन भरने का अनोखा अंदाज भी सम्मिलित हो गया है। लोग इस अंदाज पर जमकर बातचीत कर रहे हैं।
दरअसल, बुरहानपुर का चुनाव पहले से ही रोचक था तथा अब इस प्रकार की घटनाएं इलाके में चुनावी माहौल को और सूर्ख रंग दे रही हैं। बुरहानपुर में कांग्रेस ने निर्दलीय चुनाव जीते सुरेंद्र सिंह शेरा को इस बार उम्मीदवार बनाया है। जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस को फिर से उम्मीदवार बनाया है। हालांकि भाजपा एवं कांग्रेस दोनों ही दलों को टिकट बंटवारे के पश्चात् बगावत झेलनी पड़ रही है। भाजपा के पूर्व सांसद रहे नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है, जबकि कांग्रेस में भी बगावत नजर आ रही है।
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