मानव जीवन में धर्म- कर्म से जुड़े रहना अतिआवश्यक होता है. इन्हीं की वजह से उसके जीवन में सादगी और सम्पन्नता आती है. जीवन में व्यक्ति धन दौलत तो बहुत कमा लेता है. पर उसका सही ढंग से उपयोग नहीं कर पाता उसके मन में अशांति , तृष्णा जैसी अनेको बातें सामने आती है. पर यदि वह अपने जीवन में धन दौलत कमाने के साथ ही साथ धर्म कर्म करता है. तो निश्चित रूप से जीवन में उन्नति और उत्साह के साथ आगे बढ़ता है. मन शांत और निर्मलता को हासिल करता है. इस जन्म के साथ ही साथ अगले जन्म में भी सम्पन्नता को हासिल करता है.
इसी धर्म कर्म के चलते मानव जीवन में व्रत और त्योहारों का अनुसरण करना उन्हें मानना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि इन्हीं सब क्रिया कलापों से आपके जीवन में सादगी और सम्पन्नता आती है. व्रतों में एक, दिन मंगलवार का व्रत जो हनुमान जी की उपासना के लिए किया जाता है. हनुमान जी एक ऐसे देव है जो अपने भक्त जनों पर तुरंत कृपा करते हैं.
आपके जीवन में किसी भी तरह की कोई भी समस्या आई हो हनुमान जी उसे पल में दूर कर देते है . कहते है की जब भगवान राम इस संसार सागर से अपने धाम को जाने लगे थे. तब भक्तों ने भगवान से न जाने को कहा था. और यह भी कहा की यदि आप चले गए तो हम सबकी रक्षा कौन करेगा. हमारे कष्टों का निवारण कौन करेगा .तब भगवान ने भक्तों की पुकार सुन यही कहा कि इस कलयुग में भक्त हनुमान तुम सभी भक्तों के सहायक होंगें .
यदि आप सच्चे मन से हनुमान जी का ध्यान , पूजन , पाठ , उनकी आराधना करते है. तो आप पायेंगें की निश्चित रूप से आपके कष्टों का निवारण हो गया है. यदि आप हनुमान जी को राम नाम की माला पहनाकर पूजन करते है. तो हनुमान जी और भी अधिक प्रसन्न हो जाते है. और आपके बिगड़े काम बन जाते है .
आपने सेवक तो बहुत सुने और देखे होंगें पर राम भक्त हनुमान जैसा सेवक दूसरा नहीं। श्रीराम के प्रति उनकी भक्ति अनुपम है। हम उन्हें असीम शक्ति का स्वामी पाते हैं लेकिन श्रीराम मंदिर में वे प्रभु राम के चरणों में ही स्थान पाते हैं। राम के प्रति उनकी श्रद्धा हमें अपने जीवन में विनम्रता और अपने बल पर अहंकार न करने की सीख देने वाली है