हॉकी वर्ल्ड लीग : बेल्जियम से होगी भारत की आज टक्कर
हॉकी वर्ल्ड लीग : बेल्जियम से होगी भारत की आज टक्कर
Share:

एंटवर्प / बेल्जियम : मलेशिया को 3-2 से मात देकर सेमीफाइनल में पहुंच चुकी भारतीय सीनियर पुरुष हॉकी टीम को अब हॉकी वर्ल्ड लीग, सेमीफाइनल में 3 जुलाई को मेजबान बेल्जियम की चुनौती का सामना करना है. मेजबान को हराने के लिए भारत को अपनी रक्षापंक्ति को दुरुस्त करना होगा. विश्व की 12वीं वरीयता प्राप्त टीम मलेशिया के खिलाफ आखिरी के 10 मिनट में जसजीत सिंह द्वारा किए गए दो गोलों की बदौलत रोमांचक जीत हासिल करने वाली भारतीय टीम सेमीफाइनल में भी अपने इस प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी.

भारतीय टीम इस वर्ष तीन बार बेल्जियम के खिलाफ मैदान में उतर चुकी है, जिसमें भारत को एक मैच में जीत मिली है जबकि दो मैचों में हार झेलनी पड़ी है. हीरो हॉकी चैम्पियंस ट्रॉफी में दोनों टीमें पिछली बार भिड़ी थीं, जिसमें भारतीय टीम 4-2 से जीत हासिल करने में सफल रही थी. बता दे 3 जुलाई को भारतीय टीम बेल्जियम के खिलाफ अपने पिछले मैच के प्रदर्शन को और सुदृढ़ करना चाहेगी और जीत के साथ फाइनल में जगह बनाने के उद्देश्य से उतरेगी. भारतीय टीम के कप्तान सरदार सिंह ने सेमीफाइनल मुकाबले पर कहा, "हम कल (शुक्रवार) के मैच को लेकर आत्मविश्वास से लबरेज हैं, क्योंकि टीम इस पूरी लय में है. बुधवार को हम अहम मौकों पर पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करने में सफल रहे, जिसका हमें फायदा मिला.

बेल्जियम के खिलाफ हम मजबूत रक्षापंक्ति के साथ उतरेंगे और प्रतिद्वंद्वी टीम को अपने डी तक आसानी से नहीं पहुंचने देंगे". भारतीय टीम के मुख्य कोच पॉल वैन ऐस ने कहा, "हम मलेशिया के खिलाफ बुधवार को जीत हासिल करने में तो सफल रहे, लेकिन हमें अपनी रक्षापंक्ति पर काम करना होगा. हमें शुरू में ही गोल हासिल करना होगा और बढ़त को कायम रखना होगा. बेल्जियम मजबूत टीम है और हमें उनके खिलाफ पूरी तरह सजग रहने की जरूरत है. मलेशिया के खिलाफ भारत ने कई बेजां गलतियां कीं, जिनसे उसे बचना होगा.

भारतीय टीम को गेंद को अधिक से अधिक समय तक अपने पास रखने की कोशिश करनी होगी. इस विभाग में उसकी निरंतरता सवालों के घेरे में रहती है. भारतीय फारवर्ड कुल 24 मौकों पर विपक्षी टीम के डी में प्रवेश करने में सफल हुए लेकिन वे 13 मौकों पर ही गोल पर शॉट लगा सके. इनमें से अधिकांश शॉट निशाने पर नहीं लगे. बड़ी टीमों को हराने के लिए भारत को अपने खेल में निरंतरता लानी होगी. यह निरंतरता किसी एक मैच के लिए नहीं होनी चाहिए बल्कि इसे अपनी आदत में शामिल करना होगा, तब जाकर भारतीय हॉकी को शीर्ष पर लाने का रास्त प्रशस्त हो सकेगा.

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -