जैसा की सब जानते है नॉन-वेज में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है. बच्चे को नॉन-वेज खिलाने से मांसपेशियों का अच्छा विकास होता साथ ही उनको इससे ताकत भी मिलती है. बच्चों की अच्छे सेहत के लिए नॉन-वेज जरूर खिलाएं. अगर आप नॉन-वेज अभी-अभी खिलाना शुरु कर रही है तो आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
1. नॉन-वेज खिलाना शुरू कर रही है तो सबसे पहले अंडे से शुरु करें क्योंकि अंडे में अधिक मात्रा में प्रॉटीन होता है और यह आसानी से पच भी जाता है.
2. आपका बच्चा 15 महीने का हो जाए तो उसे नॉनवेज सूप पिलाएं. सूप में आप चिकन या मछली का सूप दे सकती है.
3. अंडे के बाद आप और नॉन वेज खिलाना चाहती है तो चिकन से पहले मछली खिलाएं क्योंकि मछली का मांस चिकन के मांस से नरम होता है. मछली के बाद आप उसे चिकन खिलाना शुरु कर सकती है लेकिन ये ध्यान रखे की चिकन सही तरह से पका होना चाहिए.
4. बच्चे को रेड मीट नहीं खिलाना चाहिए जब तक वो 5 साल का ना हो जाए क्योंकि इससे बच्चे के मानसिक विकास में कमी आ सकती है. रेड मीट खिलाने के बजाय आप उसे छोटे बकरे का मीट खिला सकती है.
5. जब आपका बच्चा तीन साल का या उससे ज्यादा हो जाए तो उसे ग्रिल्ड और उबला मीट ही खिलाना चाहिए.