प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुरू की गई महत्वकांशी योजना जनधन खाता के तहत देश में करोडो खातें खोले गए है. जहाँ कुछ समय पहले यह बात सामने आ रही थी कि इन खातों में पैसे डालने का काम भी शुरू हो गया है तो हाल ही में यह कहा जा रहा है कि यह योजना बुरी तरह से फ्लॉप हो रही है.
जी हाँ, हाल ही में सामने आई एक जानकारी से यह पता चला है कि रिज़र्व बैंक के द्वारा सभी बैंकों पर दबाव बनकर खातें खुलवाने का काम कर लिया गया. लेकिन लोगो के द्वारा इसमें पैसे जमा नहीं करवाए जा रहे है. जिस कारण बैंकों के लिए इन खातों को रखना एक मुसीबत बन गया है. अब यह भी सुनने में आ रहा है कि बैंकों के द्वारा इन खातों को चालू अवस्था में रखने के लिए इनमे एक-एक रुपए डाले जा रहे है.
बैंकों का कहना है कि उन पर दबाव बना हुआ है और जीरो बैलेंस का नाम हटाने के लिए खुद बैंक उनमे पैसा डालने का काम कर रहे है. गौरतलब है कि यह सरकार की एक काफी बड़ी योजनाओं में से एक है. और इससे सरकार को काफी उम्मीदें भी है लेकिन ऐसी अवस्था देखने के बाद यह लग रहा है कि सरकार की यह उम्मीद धूमिल हो रही है.