बहुत रोका लेकिन रुक ही नहीं पायी
बहुत रोका लेकिन रुक ही नहीं पायी
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बहुत रोका लेकिन रुक ही नहीं पायी,
मुहब्बत बढ़ती ही गयी मेरे गुनाहों की तरह..

 

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