Mar 12 2016 11:38 AM
नई दिल्ली : नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) के द्वारा हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है. जिसके अनुसार यह बताया गया है कि मार्च 2015 के दौरान बकाया कर राशि बढ़ोतरी के साथ 7 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े पर पहुँच गई है, जबकि साथ ही यह भी बता दे कि यह आंकड़ा मार्च 2014 के दौरान 5.75 लाख करोड़ रूपये पर देखने को मिला था.
मामले में अधिक जानकारी देते हुए कैग ने संसद में रिपोर्ट पेश की है जिसमे यह कहा है कि आयकर कानून में बकाया वसूली के साथ ही रिकवरी के स्पष्ट प्रावधानों जैसे बकायेदारों की चल-अचल संपत्ति जब्त करने या बेचने के साथ ही रिसीवर नियुक्त करने की व्यवस्था के बावजूद बकाये कर में मजबूती देखने को मिल रही है.
इसके साथ ही यह बात भी सामने आई है कि बकाये कर में से 96 फीसदी की वसूली में वर्ष 2014-15 के दौरान कठिनता सामने आई है. कैग ने वसूली ना होने की मुख्य वजह रिकवरी संपत्तियों की अपर्याप्तता बताई है.
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