दमिश्क : सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले जिलों में हवाई हमले हुए। इन हमलों में करीब 31 लोगों की मौत हो गई। जबकि सीरियन आॅब्जर्वेटर्स फाॅर ह्यूमन राईट्स ने कहा कि हवाई हमले में रविवार को कतरजी, सुक्कारी और बाब अल नसर समेत अन्य क्षेत्रों में हमले हुए। हवाई हमले से इन क्षेत्रों की रिहायशी ईमारतों को तक नुकसान हो रहा है। कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर ईमारतें मलबों में बदल गई हैं। ब्रिटेन स्थित निगरानी संस्थान ने कहा कि हमले के बाद लगभग 10 परिवार मलबे के नीचे दबे हुए थे।
इस हमले में मरने वालों की तादाद बढ़ने की संभावना है। हवाई हमलों और गोलीबारी के लिए सीरिया सरकार के सैनिक जवाबदार हैं। निगरानी संस्था द्वारा कहा गया कि सरकारी बलों ने खान तुमान क्षेत्र में विद्रोहियों के अधिकार से जगह खाली करवाने में सफलता प्राप्त कर ली है। इस क्षेत्र में विद्रोहियों से उनका संघर्ष चल रहा है। इतना ही नहीं अमेरिका और उसके सहयोगी अलेप्पो की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सीरिया और रूस पर प्रतिबंध लगाने का विचार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि अमेरिका और रूस में सीरिया में किए जाने वाले हवाई हमलों को रोकने को लेकर चर्चा चल रही थी। अमेरिका और रूस के बीच इस मसले पर भी विवाद है। कुछ समय पूर्व ही रूस के बम वर्षक विमान से हुए हमले चलते सीरिया में कुछ नागरिक भी मलबे के नीचे दब गए थे। इन लोगों को निकालकर चिकित्सालय ले जाया गया। अमेरिकी विदेश मंत्री जाॅन करेी ने इस मामले में लंदन में ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मग्नी के ही साथ बैठक में हमलों को लेकर कूटनीतिक प्रयास किए जाने की बात भी कही।