फरीदाबाद : मेरा आधार, मेरी पहचान के नारे के साथ लक्षित जनता तक सब्सिडी पहुंचाने के मकसद से बनाए गए यूआईडी कार्ड में किस कदर घपले बाजी हो रही है, इसका एक मामला प्रकाश में आया है। फरीदाबाद में एक अफगानी छात्र का भी आधार कार्ड बन चुका है। इससे पहले भी हनुमानजी की तस्वीर वाला आधार कार्ड सामने आया था।
इस छात्र के पास अफगानी पासपोर्ट है। अजमल नाम का यह छात्र फरीदाबाद के सेक्टर-21 में किराए के फ्लैट में रहता है, जिसका मालिक योगेश है। मकान देने से पहले योगेश ने उसके सभी दस्तावेजों की जांच की और पुलिस वेरीफिकेशन के बाद उसे मकान किराए पर दे दिया। उसके दस्तावेजों में उसका अफगानी पासपोर्ट भी था।
मार्च की शुरुआत में वो मकान खाली करके चला गया। इसके बाद फ्लैट के लेटर बॉक्स से योगेश को एक लेटर मिला, जिसमें अजमल का आधार कार्ड था। योगेश ने तुरंत इस बात की जानकारी पुलिस को दी। इस पर फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि यह एक सेंसिटिव मैटर है, जाँच की जा रही है।
यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई बार ऐसे फर्जी आधार कार्ड का मामला सामने आया है। दिसंबर 2015 में मेरठ से गिरफ्तार किया गया आईएसआई का जासूस एजाज के पास से भी पुलिस को आधार कार्ड मिला था। 2014 में राजस्थान के सीकर में हनुमान भगवान की तस्वीर वाली आधार कार्ड सामने आई थी।
इस पर एड्रेस व मोबाइल नंबर दोनों लिखा हुआ था। जुलाई 2015 में एक एनआरआई ने अपनी बिल्ली को विदेश ले जाने के लिए आधार कार्ड बनाने के लिए अप्लाई कर दिया था। इसका प्रोसेस भी शुरु हो गयास, मामला प्रकाश में आने के बाद कारर्वाई की गई।