नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल ही में एसीबी चीफ मुकेश मीणा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा है कि एंटी करप्शन हेल्पलाईन की काॅल एसीबी के समीप नहीं आती है यही नहीं 1031 सर्विस को बिना कारण चलाया जा रहा है इसे बंद ही कर देना चाहिए। लगता है धीरे-धीरे सभी मंत्री अरविंद केजरीवाल से किनारा करने लगे हैं। इस दौरान अब एसीबी चीफ मुकेश मीणा की अरविंद केजरीवाल से तकरार होती नज़र आ रही है हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन मामले में उनकी ओर से यह कहा गया है कि भ्रष्टाचार निरोधक हेल्पलाईन 1031 पर की जाने वाली काॅल को आगे की ओर रिसीव करने के लिए नहीं भेजा जाता है।
शिकायतों को भी ट्रांसफर नहीं किया जाता है। यही नहीं हेल्पलाईन को बंद कर दिया जाए तो ही बहुत उचित है। दरअसल एंटी करप्शन को सीधे यह हेल्पलाईन रीसीव करने दी जाना चाहिए। यही नहीं इस मसले पर उनकी ओर से कहा गया है कि एसीबी को अलर्ट कर दिए जाने की बात कही गई है मगर उसे दिशाहीन बनाया जा रहा है।
मामले में जहां एसीबी में नियुक्तियों को लेकर बिना कारण विवाद किए जाते हैं वहीं हेल्पलाईन 1031 का उपयोग न होने पर उसे बंद कर दिया जाना चाहिए। आखिर इसे सीधे तौर पर एसीबी रिसीव क्यों नहीं कर पाती है। एसीबी डीडीए के कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं कर सकती क्योंकि यह केंद्र सरकार के अधीन है। दरअसल एसडीएम द्वारा बीते समय डीडीए कर्मचारियों को जिस तरह से घूस लेते हुए पकड़ा गया वह गलत है।