कोरोना से बचाएगा भांग और गांजा ? नई रिसर्च में सामने आई चौंकाने वाली जानकारी
कोरोना से बचाएगा भांग और गांजा ? नई रिसर्च में सामने आई चौंकाने वाली जानकारी
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नई दिल्ली: दुनिया के तमाम देशों में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ रहे हैं. अभी की मौजूदा स्थिति में जो वैरिएंट सबसे ज्यादा तबाही मचा रहे हैं, उनमें डेल्टा वैरिएंट और Omicron वैरिएंट शामिल हैं. यदि, भारत की बात करें तो बीते 24 घंटे में 2 लाख 64 हजार नए मामले दर्ज किए गए हैं. जिससे देश में कुल सक्रीय मामले 12,72,073 हो गए हैं. इसके साथ ओमिक्रॉन संक्रमितों की तादाद भी 5,753 भी हो गई है. इस वायरस को खत्म करने के लिए वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं. हाल ही में एक नई रिसर्च में पता चला है कि, भांग/गांजा (Cannabis or weed) के कुछ यौगिक/कंपाउंड (Compounds) कोरोना संक्रमण को रोक सकते हैं.

वैज्ञानिकों की यह रिसर्च भांग में रासायनिक यौगिकों की मौजूदगी के बारे में बताती है, जो वायरस को स्वस्थ मानव कोशिकाओं में एंट्री करने से रोक सकते हैं. ये रिसर्च ओरेगन स्टेट के ग्लोबल हेम्प इनोवेशन सेंटर, कॉलेज ऑफ फार्मेसी और लिनुस पॉलिंग इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों द्वारा की गई है, जो जर्नल ऑफ नेचुरल प्रोडक्ट्स में छपी है. इसके अनुसार, रिसर्चर्स कहीं भी यह नहीं कह रहे हैं कि भांग या गांजा (Cannabis or weed) कोरोना से बचा सकते है. बल्कि यह स्टडी  भांग के 2 यौगिकों कैनाबिगेरोलिक एसिड या CBGA और कैनाबीडियोलिक एसिड या CBDA पर की गई है, जो भांग में मौजूद रहते हैं.

ओरेगन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के साथ रिसर्च करने वाले रिचर्ड वैन ब्रीमेन (Richard van Breemen) का कहना है कि कैनाबिनोइड एसिड की एक जोड़ी कोरोना वायरस की स्पाइक प्रोटीन से जुड़ने में सक्षम है. यह उस जैविक प्रक्रिया में एक अहम कदम को रोक सकता है, जिसका इस्तेमाल कोरोना लोगों को संक्रमित करने के लिए करता है. इन कंपाउंड्स को ओरल रूप से लिया जा सकता है और मनुष्यों में इसके सुरक्षित इस्तेमाल का लंबा इतिहास रहा है. इनके पास कोरोना द्वारा संक्रमण को रोकने और उपचार करने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि 'ये कैनबिनोइड एसिड, भांग और भांग की कई चीजों में पर्याप्त मात्रा में मिलता है. ये टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (THC) यानी कि साइकोएक्टिव पदार्थ नहीं है, जो आपके दिमाग से आपका नियंत्रण हटा देता है. हमारी स्टडी से पता चला है कि भांग के कंपाउंड ब्रिटेन में पहली दफा मिले कोरोना वायरस के B.1.1.7 (अल्फा) वैरिएंट और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए वैरिएंट B.1.351 (बीटा) पर समान रूप से असरदार थे. बता दें कि रिसर्च में जिन कंपाउंड के बारे में बात की गई है, वे कैनाबिगेरोलिक एसिड और कैनबिडिऑलिक एसिड दोनों वायरस के स्पाइक प्रोटीन से जुड़ सकते हैं. इन कंपाउंड्स का उपयोग वायरस को टारगेट करने के लिए कोरोना वैक्सीन और एंटीबॉडी के उपचार में भी किया जा सकता है.

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