नई दिल्ली : नोटबन्दी को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमला बोलने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने पांच सुलगते सवाल पूछकर कहा कि राहुल स्पष्ट बताएं कि देश में कालाधन है या नहीं और उससे निपटने की जरूरत है या नहीं. सच तो यह है कि कालाधन, भ्रष्टाचार आदि मसले अब भी कांग्रेस पार्टी का पीछा कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी मुस्कान और शारीरिक हावभाव से बुधवार को यह ‘संकेत’ दिया कि देश में बहुत अधिक कालाधन नहीं है. ऐसे में राहुल जी से पूछना चाहूंगा कि वह साहस जुटाकर यह खुले तौर पर कहें कि क्या उनकी पार्टी का आकलन यह है कि हमारी अर्थव्यवस्था में बहुत अधिक कालाधन नहीं है, जबकि सभी को कालाधन और भ्रष्टाचार के बीच नजदीकी संबंध का पता है, लेकिन यदि कांग्रेस पार्टी कहती है कि हमारी अर्थव्यवस्था में कोई कालाधन नहीं है, तो निश्चित तौर पर हमारी व्यवस्था में भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नहीं है. उन्होंने सवाल किया क्या कांग्रेस का यही रूख है.
शहरी विकास मंत्री ने आगे कहा कि सच तो यह है कि प्रधानमंत्री को जनता से मिल रहे समर्थन को देख कांग्रेस घबराई हुई है और भ्रम उत्पन्न करना चाहती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह चिंता है कि राहुल को कोई भी गंभीरता से नहीं ले रहा है, चाहे खुद कांग्रेस के लोग हों या विपक्षी नेता.
इस मौके पर नायडू ने राहुल से यह पांच सुलगते सवाल पूछे -क्या कांग्रेस यह मानती है कि देश में कोई कालाधन नहीं ? कांग्रेस यदि यह मानती है कि देश में कालाधन है तो उसने इस पर अंकुश लगाने के लिए अपने कोई प्रभावी कदम क्यों नहीं उठाए ? कांग्रेस 1998 में बेनामी प्रॉपर्टी कानून क्यों लाई थी और फिर इतने साल इस पर बैठी क्यों रही... इसके पीछे क्या रहस्य है ? विपक्ष के आपके सहयोगी दल ही आपके साथ आने को तैयार क्यों नहीं हैं ? और सुप्रीम कोर्ट द्वारा कालेधन पर एसआईटी के गठन के निर्देश के बावजूद आप 2012 से 2014 के बीच क्या करते रहे ?