इस शिवलिंग के बारे में जानकार खुद को यहाँ जाने से नहीं रोक पाएंगे आप
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भारत में ऐसे कई प्रकार के मंदिर है जो अपने आप में अनोखे है और इन मंदिरों के विषय में जानकर कोई भी व्यक्ति आश्चर्यचकित हो सकता है ऐसा ही एक मंदिर भगवान् शिव का है इस मंदिर के विषय में जानकर आप के मन में भी इस मंदिर में भगवान् शिव के दर्शन करने की इच्छा जागृत हो जायेगी. आइये जानते है इस मंदिर कि क्या खासियत है?

भगवान शिव का यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित है हिमाचल प्रदेश की बात करें तो प्राचीन काल से ही इस प्रदेश की भूमि का देवताओं से सम्बन्ध रहा है और इसी वजह से इस प्रदेश में कई प्रसिद्ध मंदिर है. हम बात कर रहे  थे भगवान् शिव के इस अनोखे मंदिर के विषय में जहां भगवान् शिव का अर्धनारीश्वर शिवलिंग स्थापित है अब आप सोच रहे होंगे की इसमें अनोखा क्या है इस शिवलिंग की अनोखी बात यह है की यह शिवलिंग दो भागों में बटा है और इन दोनों भागों की दूरियां अपने आप आश्चर्यजनक तरीके से घटती बढ़ती रहती है.

शिवलिंग के भागों के घटने बढ़ने का कारण – आपको यह बात जानकर हैरानी होगी की भगवान् शिव का ऐसा मंदिर सम्पूर्ण विश्व में एकमात्र यहीं पर है जो दो भागों में विभाजित है इस शिवलिंग के दोनों भागों की दूरियों के घटने बढ़ने का कारण ग्रहों व नक्षत्रों का परिवर्तन है जिसके कारण इसके दोनों भागों में अंतर आता है. इस मंदिर की विशेषता है की जब गर्मी का मौसम आता है तो यह शिवलिंग दो भागों में बंट जाता है और ठंडी के मौसम में यह पुनः एक हो जाता है.

मंदिर का निर्माण - इस मंदिर के निर्माण के विषय में बात करें तो इसका निर्माण सिकंदर ने करवाया था वह इस शिवलिंग से बहुत प्रभावित हुआ जिसके कारण उसने यहां की भूमि को समतल करवाकर इस मंदिर को बनवाया था.

 

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