भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने अपनी हर जीत को बैडमिंटन के सफर का एक हिस्सा बताया है. सिंधु ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल किया, अपना पहला इंडिया ओपन जीता और तीसरी बार कोरिया ओपन सुपर सीरीज जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं. सिंधु ने BWF की रैंकिंग में महिला एकल में दूसरा स्थान हासिल किया है.
उल्लेखनीय है कि सिंधु ने अपनी खिताबी जीत को बैडमिंटन के सफर का एक अहम् पायदान बताया, BWF की रैंकिंग में दूसरा स्थान मिलने पर सिंधु ने कहा कि दुनिया में हर कोई नंबर 1 बनना चाहेगा और दूसरे नंबर पर होने के कारण मैं भी नंबर 1 बनना चाहती हूं. लेकिन जब मैं अभ्यास करती हूं या खेलती हूं तो रैंकिंग मायने नहीं रखती.
सिंधु ने बैडमिंटन के बारे में कहा कि इसके लिए फिटनेस बहुत महत्वपर्ण होती है, साथ ही खिलाड़ी में स्ट्रोक्स, स्टेमिना और चपलता होनी चाहिए. खिलाड़ी को व्यायाम पर ध्यान देना चाहिए और प्रॉपर डाइट लेना चाहिए. 22 वर्षीय सिंधु ने अपने बारे में बताया कि मेरा एक स्ट्रांग पॉइंट है कि मैं लंबी हूं, मेरी पहुंच अच्छी है. मैं कोर्ट को अच्छी तरह कवर कर लेती हूं.
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