रायपुर: हाल ही में दिल्ली संसदीय सचिव के मामलें में 20 विधायकों को 'लाभ के पद' तहत अयोग्य करार देने के बाद दिल्ली की राजनीती में आई गर्माहट अब छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिली है. संसदीय सचिव के मामलें में अजीत जोगी भी कूद चुके है. संसदीय सचिव के मामलें में दायर याचिका की सुनवाई जल्द ही होने वाली है. आम आदमीं पार्टी और कांग्रेस ने रमन सरकार को निशाना बनाते हुए भाजपा को घेरा है.
कांग्रेस और आरटीआई कार्यकर्त्ता की शिकायत के बाद, जोगी खेमे के पूर्व विधायकों और प्रतिनिधियों ने गुरुवार को राज्यपाल से शिकायत करके संसदीय सचिवों को बर्खास्त करने की मांग की है. कांग्रेस ने भाजपा को घेरते हुए कहा है कि "जब दिल्ली में विधायकों को अयोग्य घोषित कर सकते है, तो भाजपा शासित राज्यों में क्यों नहीं.
आपको बता दें कि, वर्तमान में छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार ने अपने 11 विधायकों को संसदीय सचिव बना के रखा है. संसदीय सचिवों की नियुक्ती के मामले में फैसले की घड़ी लंबी हो गई है. बुधवार को इस मामले पर फैसला नहीं आ सका. चीफ जस्टिस के बुधवार को कोर्ट ना आने की वजह से ये सुनवाई टल गई. उम्मीद है कि इस मामले में गुरुवार को फैसला आ सकता है.
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