नई दिल्ली : देशभर की 78 कंपनियां निवेशकों का 312 करोड़ रुपया लेकर गायब हो गई हैं. इसमें से सबसे ज्यादा गुजरात की 17 कंपनियां हैं. यह जानकारी संसद में शुक्रवार को दी गई.
आपको बता दें कि धोखाधड़ी करने वाली इन कम्पनियों ने पब्लिक इश्यू के माध्यम से शेयर बाजार से पैसा उठाया और बैलेंस शीट और दस्तावेज पेश किए बिना ही गायब हो गईं. इन 78 कंपनियों ने बाजार से करीब 312 करोड़ रुपए चिटफंड स्कीम, मल्टी लेवल मार्केटिंग आदि काम के जरिये उगाहे थे.
इस धोखाधड़ी की जानकारी देते हुए कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में लिखित जवाब में बताया कि अब तक इस तरह की 238 कंपनियों की पहचान की गई है. इस सूची में से 160 कंपनियों को हटा दिया गया है.लेकिन 78 कंपनियों की अभी तक खोज नहीं हो सकी है.
गौरतलब है कि इन फर्जी कम्पनियों की अपराध प्रणाली यह थी कि ये कंपनियां चिटफंड स्कीम, मल्टी लेवल मार्केटिंग आदि का काम किया करती थीं और अवैध तरीकों से जनता से पैसा उगाहा करती थीं. अगर राज्यवार बताएं तो इसमें से गुजरात में सबसे ज्यादा 17 कंपनियां थीं. आंध्र प्रदेश में 13, तमिलनाडु में 10 महाराष्ट्र में 9 और पश्चिम बंगाल, दिल्ली और मप्र में पांच-पांच कंपनियां थीं.
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