कोरोना के कहर के बीच गुरुग्राम की एसआरएल लैब रिपोर्ट के माध्यम से की गई कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पर उठे सवालों के बारे में अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है. हरियाणा सरकार इस मामले में सही और गलत के बीच उलझी हुई है. ऐसे में सरकार के अधिकारी न तो यह कह पा रहे हैं कि रिपोर्ट सही है और न ही यह कि रिपोर्ट गलत है. उधर, एसआरएल प्रबंधन अपनी बात पर कायम है. प्रबंधन पहले ही अपनी रिपोर्ट पर भरोसा जता चुका है. हांगकांग में बढ़ा प्रदर्शनकारियों का आक्रोश तो पुलिस ने किया यह काम आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सरकार ने लैब के माध्यम से दी गई रिपोर्टों की जांच कई स्तर पर करवाई है. ताजा जांच एम्स के माध्यम से होनी थी, लेकिन एम्स ने व्यस्तता का हवाला दे दिया. जिसके बाद जांच रोहतक पीजीआई को सौंपी गई. रिपोर्ट आने के बाद भी इस मामले में मंथन चल रहा है. ऐसे में संभावना यह जताई जा रही है कि अब इस मसले का हल आईसीएमआर ही करेगा, क्योंकि कोरोना संक्रमण के लिए आईसीएमआर ने ही लैब को जांच के लिए अधिकृत किया था. कोरोना मुक्त वुहान शहर के फिर बिगड़ रहे हाल, वापस बढ़ रही कोरोना की मार विदित हो कि लैब की जांच पर सवाल उठने के बाद सरकार ने लैब के माध्यम से जांचे गए कुछ सैंपल की जांच अपने मेडिकल कालेजों में करवाई थी. सरकार का कहना था कि लैब ने जिन लोगों को संक्रमित बताया था. वे लोग हमारे यहां जांच में संक्रमित नहीं पाए गए. मामला अधिक बढ़ने के बाद इस मामले की जांच दोबारा करवाई गई. आज धरती के पास से गुजरेगा विशालकाय एस्टेरोइड, NASA ने किया सतर्क छह प्रकार के भत्तों को सीएम योगी ने किया खत्म वाइल्डहॉर्स कैनियन में बाढ़ का प्रकोप, 1 की मौत अन्य बेहोश