आखिर 21 दिनों का लॉकडाउन क्यों ? किस बात की चिंता में डूबे हुए है पीएम मोदी

भारत की अर्थव्यवस्था पर भी कोरोनावायरस का प्रभाव दिखने लगा है इंडिया लॉकडाउन छह दिन पहले जनता कर्फ्यू और अब भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन, मतलब सबकुछ बंद.छह दिन में दूसरी बार प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता को संबोधित कर 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया.

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इस मामले को लेकर पीएम मोदी ने साफ-साफ कहा है कि इन 21 दिनों तक इस देश में कोई भी अपने घर से बाहर कदम नहीं रखेगा.आने वाले 21 दिनों के अंदर हम नहीं संभल सके तो भारत 21 वर्ष पीछे चला जाएगा और इसमें कई परिवार इस वायरस की भेंट चढ़ जाएंगे.21 दिनों तक घर में रहकर हम देश के साथ ही खुद को सुरक्षित रख सकते हैं.आखिर 21 दिन में ऐसा क्‍या हो जाएगा? 21 दिन तक पूरे भारत को लॉकडाउन l करने का फैसला लेने के लिए क्‍यों मजबूर हुए प्रधानमंत्री मोदी? इसके पीछे भी एक लॉजिक है.

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आपकी जानकारी के लिए बात दे कि भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्‍या 582 हो गई है.लिहाजा ये संख्‍या और न बढ़े ये काफी कुछ हम पर निर्भर करता है.पीएम मोदी अपने संबोधन में साफ कर दिया है कि इन 21 दिनों में यदि हम सफल हुए तो खुद को अपने परिवार को और अपने समाज को बचा लेंगे और यदि असफल रहे तो कई परिवारों को खो भी देंगे.हम सभी को संयम बरतना होगा कि चाहे कुछ भी हो जाए हम अपने घर की लक्ष्‍मण रेखा को ना लांघे.

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