दिमाग को शांत और शरीर को तंदुरुस्त रखती है योगनिद्रा
दिमाग को शांत और शरीर को तंदुरुस्त रखती है योगनिद्रा
Share:

योगनिद्रा का प्रयोग रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, सिरदर्द, तनाव, पेट में घाव, दमे की बीमारी, गर्दन दर्द, कमर दर्द, घुटनों, जोड़ों का दर्द, साइटिका, अनिद्रा, अवसाद और अन्य मनोवैज्ञानिक बीमारियों, स्त्री रोग में प्रसवकाल की पीड़ा में बहुत ही लाभदायक है। योग निद्रा। का अर्थ होता है आध्यात्मिक नींद। यह सोने और जागने के बिच की स्थिति है इसमें इंसान जागते हुए सोता है.

आप एक बार इसका अभ्यास करके देखिये, इसके बाद आप खुद कहंगे की आपके शरीर को कभी इतना आराम नहीं मिला जितना आपको योगनिद्रा से मिला है. हम खुद ही अपनी बॉडी को अपने दिमाग के जरिये कण्ट्रोल करते है. यह आपके शरीर को विश्राम देकर इसे शिथिल करती है. सबसे पहले साफ़ और शांत जगह पर चटाई बिछा कर उस पर लेट जाएं। अपनी आँखे बंद रखे, और हथेली को कमर से छह इंच की दूरी पर रखे और शरीर को पूरी तरह ढीला छोड़ दे.

एक बात का ध्यान रखिये की योगनिद्रा के अभ्यास करते वक्त आपके दिमाग में और कुछ नहीं चलना चाहिए। गहरी सांसे लें और अपने ध्यान को शरीर के विभिन्न हिस्सों पर केंद्रित कीजिये। आप अपने पैरों से शुरुआत कर सकते हैं. जिस हिस्से पर ध्यान केंद्रित करें उसके बारे में यह सोचिये की शरिर के इस हिस्से में मुझे कोई तकलीफ नहीं है और सारी तकलीफ खम होती जा रही है. इसी तरह से आप पूरे शरीर के हर हिस्से पर ध्यान केंद्रित करते हुए योगनिद्रा में रहिये और ऐसा सोचिये के मेरा शरीर एकदम स्वस्थ और हल्का हो गया है.

इन वजहों से आप हो सकते है बीमार

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -