बिहार के बांका जिले की महिलाओं ने बेहतरीन मिसाल पेश कि है. बांका जिले के नीमा गांव की डेढ़ सौ महिलाओं ने तीन दिनों के अंदर लगभग दो किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कर दिया. इस सड़क का निर्माण गांव की महिलाओं के लिए इस लिए भी जरुरी था क्योंकि सड़क न होने के कारण गांव की कई गर्भवती महिलाएं अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुकी हैं. इसी समस्या को खत्म करने के लिए गांव कि महिलाओं ने खुद सड़क निर्माण शुरू कर दिया. सड़क निर्माण को महिलाओं ने एक संकल्प की तरह लिया और तिरंगा हाथ में लेकर काम शुरू कर दिया.
सड़क निर्माण के लिए महिलाओं का उत्साह देखकर जमीन मालिकों ने खुशी-खुशी अपनी जमीन सड़क निर्माण के लिए दे दी. इस काम के लिए महिलाओं को पुरुषों का भी पूरा साथ मिला. गांव के पुरुषों ने सड़क निर्माण के लिए खेत की मिट्टी और बालू लाने का काम किया. इसके बाद गांव में तैयार हो गई कामचलाऊ सड़क.
दअरसल सड़क नहीं होने से महिलाओं को प्रसव के लिए अस्पताल ले जाने में बहुत समस्या आती है. यहीं नहीं गांव की महिलाओं का कहना है कि कई महिलायों का प्रसव तो पगडंडी पर ही प्रसव हुआ है.
क्या होगा तिलमिलाए शरद यादव का अगला कदम
शरद यादव की नई पार्टी और मौजूदा चुनौती
NDA की राह में है शरद यादव नाम का रोड़ा भी