Sep 05 2015 10:16 PM
भोपाल। मप्र के छतरपुर में अमानवीयता की एक ऐसी घटना सामने आई जिसने इंसानियत से भरोसा उठा दिया। यहाँ के एक अस्पताल में इलाज का पैसा न भरने पर करीब 17 घंटे तक लाश परिजनों के हवाले नही की गई। बाद में जब विवाद हुआ, तो प्रशासन के आला अधिकारी पहुंचे और शव ले जाने दिया। मामला क्रिश्चियन हॉस्पिटल (मिशन अस्पताल) का है।
45 वर्षीय शोभा आदिवासी की इलाज के चलते मौत हो गई थी। जब परिजनों ने शव मांगा तो अस्पताल प्रबंधन ने इलाज पर खर्च हुए 10 हजार रुपए मांगे। परिजनों ने पैसा न होने की बात कही,तो प्रबंधन ने शव सौंपने से इनकार कर दिया और उसे शवदाह गृह में बंद करके रखवा दिया। जब विवाद तूल पकड़ने लगा, तो प्रभारी कलेक्टर डॉ सत्येन्द्र सिंह ने तहसीलदार विनय द्विवेदी को तुरंत क्रिश्चियन अस्पताल भेजा। तहसीलदार ने प्रबंधन को फटकार लगाई, तब कहीं जाकर परिजनों को शव मिल पाया। बाद में तहसीलदार ने मृतका के परिवार को तत्काल सहायता राशि 2 हजार रुपए भी दिए।
हिंदी न्यूज़ - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml
इंग्लिश न्यूज़ - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml
फोटो - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml
© 2024 News Track Live - ALL RIGHTS RESERVED